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नईं राहें-नईं मंजिलें योजना में विकसित होगा गढ़ माता: परमार

परौर में क्वारंटीन लोगों को चारपाई उपलब्ध करवाने के निर्देश



  • पालमपुर, 14 जुलाई,प्रवीण शर्मा
    प्राचीन श्री देवी भय भुंजनी पिंडी स्वरूप गढ़ माता मंदिर को नईं राहें-नईं मंजिलें योजना में शामिल कर आकर्षक धार्मिक और पर्यटक स्थल के रूप में विकसित किया जाएगा।




यह जानकारी विधान सभा अध्यक्ष, विपिन सिंह परमार ने विकास कार्यों की समीक्षा करने और प्रगति का जायजा लेने के उपरांत दी। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश अपने नैर्सिगक सोंदर्य, अच्छे वातावरण और अनुकूल जलवायु के कारण दुनिया भर के पर्यटकों का आकर्षण का केंद्र है। प्रतिवर्ष यहां लाखों की संख्या में देशी-विदेशी पर्यटक प्रकृति का आनंद लेते हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने पर्यटकों को और अधिक संख्या में आकर्षित करने तथा पर्यटन क्षेत्र में लोगों को स्वरोजगार उपलब्ध करवाने के लिए महत्वकांशी योजना नईं राहें-नईं मंजिलें आरम्भ की गई है।

उन्होंने कहा कि इस योजना अंतर्गत ऐसा पर्यटक स्थलों का चयन किया जा रहा है, जहाँ प्रकृति ने अपने सौंदर्य की अदभुत छटा बिखेरी है, लेकिन यह क्षेत्र पर्यटकों की पहुंच से दूर रहे हैं। उन्होंने कहा कि इस योजना में ऐसे ही खूबसूरत पर्यटक स्थलों को विकसित कर विश्व पर्यटन मानचित्र पर लाया जायेगा। उन्होंने कहा कि प्रथम चरण में प्रदेश के जंजहैली, चांशल, लारजी तथा कांगड़ा जिला के बीड़-बिंिलग और पोंग जलाश्य क्षेत्र में परियोजना कार्यान्वित की जा रही है। उन्होंने कहा कि पालमपुर उपमण्डल का गढ़माता मंदिर में लोगों की अटूट आस्था और विश्वास हैं। यहां एक प्राचीन किला भी लोगों के आकषर्ण का केंद्र है।

परमार ने कहा कि धौलाधार पर्वत के आंचल में उंची पहाड़ी पर स्थित यह स्थान लोगों के आकर्षण का केंद्र है। प्रतिवर्ष यहां हजारों की संख्या में लोग आते-जाते रहते हैं। उन्होंने कहा कि गढ़ माता को भी नईं राहें-नईं मंजिले योजना के अधीन लाकर इस क्षेत्र का जीर्णोद्वार किया जायेगा। उन्होंने कहा कि यहां आने के लिए पैदल ट्रैक, तलाब, पार्किंग रास्तों में लाईटें, बैठने के लिए स्थान इत्यादि स्थापित किये जायेंगे और इसके लिए डीपीआर बनाने के निर्देश विभाग को दे दिये गये हैं। उन्होंने कहा कि पर्यटन विभाग को जिला में ऐसे और भी स्थान चयन करने के लिए कहा गया है।



विधान सभा अध्यक्ष, विपिन सिंह परमार ने इसके पश्चात इंस्टीटूयशनल क्वारंटीन सेंटर राधा स्वामी सतसंग ब्यास परौर का दौरा किया। उन्होंने यहां इंस्टीटूयशनल क्वारंटीन लोगों से भेंट कर उनका कुशलक्षेम जाना। उन्होंने कहा कि अब इंस्टीटूयशनल क्वारंटीन में रखे गये लोगों को प्रदेश सरकार और जिला प्रशासन के माध्यम से बढ़िया सुविधाएं उपलब्ध करवाने का प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि अब यहां रहने वाले लोगों को सोने के लिये चारपाई भी उपलब्ध करवाई जायेगी। उन्होंने राधास्वामी सतसंग परौर, स्वयंसेवियों, प्रशासन, पुलिस और सफाई कर्मचारियों के इंस्टीटूयशनल क्वारंटीन सेंटर में दिनरात निःस्वार्थ सेवा के लिए आभार प्रकट किया। उन्होंने कहा कि परौर स्थित गोविंद आश्रम में संस्कृति कॉलेज भी स्थापित किया ता रहा है, जिसमें निःशुल्क शिक्षा उपलब्ध करवाई जायेगी। उन्होंने रझूॅं स्थित पीरा आईटीआई के कार्य स्थल का दौरा भी किया।

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