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असां दी मुन्नी असां दा स्वाभिमान : परमार


  • पालमपुर 13 जुलाई,प्रवीण शर्मा
    ‘‘असां दी मुन्नी, असां दा स्वाभिमान और हमारा अभिमान’’ यह उदगार विधान सभा अध्यक्ष, विपिन सिंह परमार ने सोमवार सुलह हलके के अरला में विकास एवं जनकल्याण कमेटी सुलह द्वारा हलके की नवजन्मी बेटियों को सम्मान देने के उपरांत व्यक्त किये। उन्होंने कहा कि किसी भी संस्था द्वारा नवजन्मी बेटियों को सहायता राशि उपलब्ध करवाने की प्रदेश में यह अनोखी पहल है। उन्होंने इस पुनीत कार्य और अनुकरणीय पहल करने के लिए संस्था के प्रयासों की सराहना की।




उन्होंने कहा कि लिंग अनुपात में समानता लाने और लिंग भेद को समाप्त करने के लिए केंद्र तथा प्रदेश सरकार ने बहुत सारे कार्यक्रम और योजनाएं आरंभ की गई हैं। इन योजनाओं के सफल क्रियांवयन से लिंग अनुपात में काफी सुधार भी आया है। परमार ने कहा कि बेटियां, बेटों के मुकाबले किसी भी क्षेत्र में पीछे नहीं हैं और बेटियों ने अपनी कामयाबी का लोहा समाज के हर क्षेत्र में मनवाया है।

उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने ‘‘बेटी है अनमोल’’ एक महत्वकांशी योजना आरंभ की है, जिसमें बीपीएल परिवार में जन्मी केवल दो बेटियों तक 12 हजार रुपये को एफडीआर और बाहरवीं कक्षा तक छात्रवृति उपलब्ध करवाई जा रही है।



उन्होंने कहा कि विकास एवं जनकल्याण कमेटी सुलह द्वारा भी बेटियों की सहायता के लिए अनोखी पहल की गई है, जिसमें सुलह हलके में जन्म लेने वाली बेटी को सस्थां की ओर से 5100 रुपये की एफडीआर दी जा रही है।

उन्होंने कहा कि आज शुरूवात में दस बेटियों को संस्था की ओर से 5100-5100 रुपये की एफडीआर भेंट कर पुनीत कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया है। उन्होंने संस्था द्वारा इन बेटियों के पहले जन्मदिन को भी उनके घर जाकर आयोजित करने के फैसले की सराहना की तथा आश्वस्त किया वे भी इन बेटियों के जन्मदिन पर कार्यक्रम में शामिल होंगे।

परमार ने कहा कि सुलह हलके में इस वर्ष 5 हजार औषधीय पौधे रोपित करने का लक्ष्य रखा गया है। वृक्षारोपण का कार्य वन विभाग के सहयोग से प्रत्येक पंयायत में किया जायेगा। उन्होंने कहा कि इससे वन आवरण क्षेत्र में वृद्धि तो होगी ही साथ ही पर्यावरण भी संतुलन में भी लाभप्रद होगा। उन्होंने लोगों से भी आहवान किया कि समाज का प्रत्येक व्यक्ति एक-एक पौधा अवश्य रोपित करे।

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