कोरोना काल में विधायक निधि को दो साल के लिए निलंबित कर दिया गया था। लेकिन मानसून सत्र के अंतिम दिन मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने इसे बहाल कर दिया है। विधायकों को पच्चास-पच्चास लाख रुपये जारी किए जाएंगे। अक्तूबर के बाद इस निधि के पच्चीस लाख रुपये जारी किए जाएंगे और पच्चीस लाख पंचायत चुनाव के बाद जारी होंगे।
मुख्यमंत्री कि नवंबर में पंचायत चुनाबों को लेकर आचार संहिता लग सकती है। इसलिए सभी विधायकों के आग्रह के बाद ही यह निर्णय लिया गया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि क्षेत्र के लोगों को विधायक से बहुत सी उमीदें होती हैं। वे तभी पूरी हो सकती है जब उनके पास फंड या निधि की व्यवस्था होगी। सीएम ने कहा कि पिछले दौर में हमने बजट सत्र के दौरान विधायक निधि में बढ़ोतरी की थी। ओर इस बार भी हमने पच्चीस लाख बढाकर डेढ़ करोड़ से पौने दो करोड़ रु कर दिया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि विधायक एक चुना हुआ प्रतिनिधि होता है और हर चुने हुए प्रतिनिधियों की अपने-अपने क्षेत्रों के लिए जिम्मेवारियां होती हैं। इसलिए विधायक निधि को जारी करना बहुत जरूरी था, ताकि विधायकों के कार्य क्षेत्र में विकास की कोई कमी न रहे।
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