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आखिर क्यों ले जानी पड़ी जेसीबी से बारात, पहली बार लोगों ने देखी अनोखी बारात

संगड़ाह,रिपोर्ट

जब 3 फुट तक बर्फ पड़ी हो और शादी के लिए बारात जा रही हो लेकिन बर्फ बाधा बन जाए तो ऐसे में क्या किया जाए तो एक अनोखा तरीका अपनाते हुए बारात को जेसीबी मैं ले जाना पड़ा क्योंकि और कोई विकल्प सामने नजर नहीं आया तथा शादी समाचार पत्रों की सुर्खियां बन गई। ऐसा मामला संगड़ाह उपमंडल मैं देखने को मिला जहां बारात को जेसीबी में ले जाना पड़ा।


जानकारी के अनुसार संगड़ाह-गताधार शिलाई मार्ग पर एक बारात को जेसीबी मशीन में ले जाना पड़ा । क्योंकि यह बारात जावगा से सोंफर गांव में जाने वाली थी। लेकिन आगे रास्ता बंद था तथा उस रास्ते को जेसीबी से साफ करने की भी कोशिश की गई मगर बात नहीं बनी तो जेसीबी मैं ही बारात को ले जाना उचित समझा तथा उसमें ही बारात शादी के लिए प्रस्थान कर गई।

जानकारी के अनुसार जब यह व्यवस्था उचित बैठी तो और दो मशीनों की व्यवस्था करनी पड़ी तथा शादी संपन्न हुई। आजकल हिमाचल प्रदेश के ऊपरी क्षेत्रों में बर्फबारी के कारण जनजीवन अस्त व्यस्त हुआ है । ऐसे में इस प्रकार की अनोखी शादी बेशक समय की नजाकत को समझते हुए उठाया गया कदम था । लेकिन हिमाचल प्रदेश में न केवल चर्चा का विषय बनी हुई है। बल्कि यह शादी हमेशा के लिए न भूलने वाली शादी रहेगी।

उपमंडल संगड़ाह के ऊपरी हिस्सों मे शनिवार से हिमपात का सिलसिला जारी है और 2 से 3 फुट के करीब बर्फ के चलते डेढ़ दर्जन पंचायतों मे जनजीवन बुरी तरह प्रभावित है। बर्फबारी के क्षेत्र की संगड़ाह-चौपाल, हरिपुरधार-नौहराधार, संगड़ाह-गत्ताधार व नौहराधार-संगड़ाह आदि सड़कों पर सोमवार को तीसरे दिन भी यातायात व्यवस्था ठप्प रही।

लोक निर्माण विभाग मंडल संगड़ाह मे एक भी स्नोकटर नही है और जेसीबी से बर्फ हटाने मे ज्यादा समय लग जाता है। इन सड़कों के बंद होने से 150 के करीब गाड़ियां जगह-जगह फंसी है, जिनमे 2 दर्जन बर्फ देखने आए लोगों की बताई जा रही है। उपमंडल की डेढ़ दर्जन पंचायतों मे हिमपात के चलते यातायात के साथ-साथ विद्युत व पेयजल आपूर्ति भी बाधित है। 

लोक निर्माण विभाग के अधिशासी अभियन्ता संगड़ाह रतन शर्मा ने कहा कि, बर्फ हटाने के लिए 8 जेसीबी मशीनों की व्यवस्था की गई है।

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