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मुख्य सचिव ने प्रधानमंत्री कार्यालय को प्रदेश में हुए सड़क नुकसान की स्थिति से अवगत करवाया

 मुख्य सचिव ने कहा कि मण्डी एवं कुल्लू जिला प्रशासन को सेब सीजन के दृष्टिगत वैकल्पिक मार्गों के सुदृढ़ीकरण के लिए निर्देश जारी किए गए हैं

शिमला,रिपोर्ट नीरज डोगरा 

प्रधानमंत्री के सलाहकार तरूण कपूर की अध्यक्षता में एक वर्चुअल बैठक आयोजित की गई, जिसमें मुख्य सचिव प्रबोध सक्सेना ने प्रधानमंत्री कार्यालय को हिमाचल प्रदेश में हाल ही में भारी बारिश और भूस्खलन इत्यादि से प्रदेश में सड़क अधोसंरचना को हुए नुकसान तथा अद्यतन स्थिति से अवगत करवाया।मुख्य सचिव ने प्रधानमंत्री कार्यालय को अवगत करवाते हुए कहा कि कीरतपुर-मनाली राष्ट्रीय राजमार्ग पर पंडोह के समीप कैंचीमोड़ पर यातायात पूरी तरह से बंद है।

उन्होंने प्रदेश के अन्य राजमार्गों की अद्यतन स्थिति पर भी जानकारी दी। प्रधानमंत्री कार्यालय को प्रदेश में बहुमूल्य जीवन सहित सार्वजनिक एवं निजी सम्पत्ति को हुई भारी क्षति से भी अवगत करवाया गया।कपूर ने आश्वस्त किया कि भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण, सीमा सड़क संगठन और राज्य लोक निर्माण विभाग द्वारा शीघ्र ही राष्ट्रीय राजमार्ग के पंडोह से कैंचीमोड़ भाग का संयुक्त निरीक्षण किया जाएगा।


मुख्य सचिव ने कहा कि मण्डी एवं कुल्लू जिला प्रशासन को सेब सीजन के दृष्टिगत वैकल्पिक मार्गों के सुदृढ़ीकरण के लिए निर्देश जारी किए गए हैं। कुल्लू से मनाली के मध्य राष्ट्रीय राजमार्ग की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि इसके लिए एक यातायात योजना तैयार की गई है और सायं 8 बजे से प्रातः 5 बजे तक की अवधि मरम्मत एवं रख-रखाव कार्य के लिए निर्धारित की गई है। केन्द्र की ओर से जिला प्रशासन को निर्माण संबंधी अवधि को बढ़ाने के विकल्प पर विचार करने का सुझाव दिया ताकि बहाली कार्य को गति प्रदान की जा सके।प्रबोध सक्सेना ने अवगत करवाया कि पठानकोट-मण्डी राष्ट्रीय राजमार्ग पर चक्की पुल को यातायात के लिए पूरी तरह से बंद रखा गया है और नदी तट पर भू-क्षरण को लेकर राज्य सरकार पंजाब सरकार के साथ निरन्तर सम्पर्क में है ताकि इस अंतरराज्यीय पुल को और अधिक नुकसान से बचाया जा सके।


मुख्य सचिव ने कहा कि शिमला-कालका राष्ट्रीय राजमार्ग पर सभी स्थलों पर यातायात सुचारू कर दिया गया है और परवाणू के समीप चक्की मोड़ से भी सभी वाहनों के लिए मार्ग खुला है। उन्होंने कहा कि यहां पर बार-बार भूस्खलन की स्थिति को देखते हुए इसके स्थायी समाधान की तत्काल आवश्यकता है ताकि यहां निर्बाध यातायात सुनिश्चित किया जा सके। मुख्य सचिव ने जोगिन्द्रनगर-मण्डी के मध्य राष्ट्रीय राजमार्ग पर कोटरोपी में भारी भूस्खलन के बारे में भी अवगत करवाया और शिमला-मटौर राष्ट्रीय राजमार्ग पर नम्होल के समीप हुए भूस्खलन के उपरान्त यहां पर भी यातायात बहाल करने की जानकारी दी।








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