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गगल एयरपोर्ट विस्तारीकरण के विरोध में वीरवार को सैकड़ों ग्रामीण काले झंडे उठाकर सड़कों पर उतरे

            काले झंडे लेकर सड़क पर उतरे ग्रामीण, कहा एयरपोर्ट के लिए एक इंच जमीन भी नहीं देंगे

काँगड़ा ,रिपोर्ट नेहा धीमान 

गगल एयरपोर्ट विस्तारीकरण के विरोध में वीरवार को सैकड़ों ग्रामीण काले झंडे उठाकर सड़कों पर उतरे। भारी तादाद में महिलाओं और ग्रामीणों ने सड़कों पर काले झंडे लेकर रैली निकाली और जोरदार प्रदर्शन कर प्रदेश सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। इससे पूर्व कांगड़ा के ईच्छी में किसान भवन के समीप एयरपोर्ट विस्तारीकरण संघर्ष समिति की बैठक समिति अध्यक्ष रजनीश माेना की अध्यक्षता में हुई। बैठक में सर्वोच्च न्यायालय के फैसले के बाद गगल एयरपोर्ट के विस्तारीकरण का रास्ता साफ हाेने और फिर गगल एयरपोर्ट के विस्तारीकरण की प्रक्रिया शुरू होने पर रोष प्रकट किया गया।

सर्वोच्च न्यायालय का फैसला आने के बाद गगल एयरपोर्ट के विस्तारीकरण के विरोध को लेकर गठित संघर्ष समिति एक बार फिर उग्र हाे गई है। इस अवसर पर संघर्ष समिति के अध्यक्ष रजनीश माेना, ईच्छी पंचायत प्रधान कुसुमलता, इच्छी के पूर्व प्रधान विजय कुमार, इच्छी के उप प्रधान इकबाल सिंह, गगल प्रधान रेणू पठानिया, टैक्सी यूनियन के प्रधान नीतिश कुमार, सदस्य कमल किशाेर, शशिपाल, सुरेश कुमार, शिव कुमार, चट्टानी, समिति के सलाहकार हंस राज चौधरी, बिंदु, फकीर चंद और सोनू आदि ने कहा कि कांगड़ा एयरपाेर्ट का एक इंच भी विस्तार उन्हें मंजूर नहीं है। 

विस्तारीकरण के लिए एक इंच भी अपनी निजी भूमि सरकार काे नहीं देंगे और न ही सरकार से उनका छह मरले का प्लाट लेने की उनकी काेई मंशा है। एयरपाेर्ट जितना है, उतना ही रहे, उससे आगे कांगड़ा का एयरपाेर्ट का विस्तार कतई मंजूर नहीं।हवाई अड्डा विस्तारीकरण के विराेध में आसपास की नौ पंचायतों के लोग एकजुट होकर एयरपोर्ट विस्तारीकरण का विरोध करते रहेंगे। उन्होंने कहा कि प्रभावित होने वाले गांवों में बाग, बरस्वालकड़, बल्ला, भेड़ी, ढुगियारी खास, गगल खास, झिकली इच्छी, मुगरेहड़, सहौड़ा, सनौरा, रछियालु, जुगेहड़, भड़ोत और कियोड़ी शामिल हैं। इसमें 14 गांवों से 1,200 परिवारों की जमीन अधिग्रहण की जाएगी, वे उन्हें मंजूर नहीं है। अगर जबरन भूमि का अधिग्रहण किया तो आंदोलन और तेज किया जाएगा।




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