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आखिर क्यों? इस साल पहले के मुकाबले बारिश हुई कम

                                                             सामान्य से 98 फीसदी कम बारिश

शिमला,ब्यूरो रिपोर्ट 

हिमाचल प्रदेश में दो साल बाद अक्तूबर और नवंबर में कम बारिश होने से फिर सूखे जैसे हालात बनने लगे हैं। 1 अक्तूबर से 12 नवंबर तक प्रदेश में सामान्य से 98 फीसदी कम बारिश हुई है।  इससे पहले वर्ष 2022 में अक्तूबर और नवंबर के दौरान सामान्य से कम बारिश हुई थी।

 राज्य के छह जिलों में सामान्य से 100 फीसदी कम बारिश दर्ज की गई है। आज भी राजधानी शिमला व अन्य भागों में धूप खिली हुई है। माैसम विज्ञान केंद्र शिमला की ओर से 15 नवंबर तक बिलासपुर, ऊना, हमीरपुर और मंडी जिले में सुबह और देर रात को घना कोहरा छाया रहने का येलो अलर्ट जारी किया गया है। इन जिलों में घना कोहरा छाया रहने से विजिबिलिटी कम हो गई है।इससे गगल एयरपोर्ट पर 4 उड़ानें नहीं उतरीं। भुंतर में साढ़े तीन घंटे देरी से जहाज उतरा। 


प्रदेश में अधिकतम तापमान चार डिग्री तक गिरा है। मौसम विभाग के अनुसार 15 और 16 नवंबर को मध्य व उच्च पर्वतीय कुछ स्थानों पर बारिश-बर्फबारी का पूर्वानुमान है।  सोमवार को रोहतांग दर्रा के साथ कुंजम और बारालाचा दर्रा पर दोपहर करीब 2:00 बजे बर्फबारी हुई। इससे घाटी में शीतलहर बढ़ गई है। पहाड़ों पर बर्फ गिरने से कुल्लू घाटी में भी तापमान गिरा है।वहीं, जनजातीय क्षेत्र पांगी में हल्की बर्फबारी के बाद चंबा-बैरागढ़-किलाड़ वाया सचे जोत मार्ग वाहनों की आवाजाही के लिए बंद हो गया है। 


सचे  जोत मार्ग पर अमूमन 5.08 सेंटीमीटर ताजा बर्फबारी हुई है। लिहाजा, अब चंबा से पांगी की ओर कूच करने वाले लोगों को वाया जेएंडके और लाहौल-स्पिति होते हुए पांगी का रुख करना पड़ेगा। वहीं, जिले के अन्य क्षेत्रों में सुबह कड़ाके की ठंड ने लोगों की परेशानी बढ़ गई है। जिले में लंबे समय से बारिश के अभाव में अब लोगों की दुश्वारियां काफी बढ़ चुकी है। लोग बारिश के लिए देवी-देवताओं के मंदिरों में भी डेरा जमाए हैं।



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