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डिपुओं में प्राकृतिक गेहूं का आटा-दलिया

                                              सभी जिलों के जिला नियंत्रकों को निदेशालय से पत्र जारी

शिमला,ब्यूरो रिपोर्ट 

प्रदेश में सार्वजनिक वितरण प्रणाली के तहत संचालित डिपुओं में अब प्राकृतिक खेती से तैयार गेहूं का आटा और दलिया भी विक्रय के लिए उपलब्ध होगा।

 इस बाबत सभी जिला नियंत्रकों को निदेशक खाद्य नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामले विभाग की ओर से पत्र जारी हो चुके हैं। शीघ्र ही निगम की ओर से डिपुओं के लिए सप्लाई भेजी जाएगी। गेहूं का आटा व दलिया केवल शहरी क्षेत्रों के डिपुओं में उपलब्ध होगा। कृषि विभाग द्वारा राज्य में प्राकृतिक कृषि के तहत उत्पादित गेहूं से बने गेहूं का आटा और दलिया को विक्रय करने का निर्णय लिया है। गेहूं का आटा 100 रुपए प्रति किलोग्राम तथा दलिया 115 रुपए प्रति किलोग्राम की दर से बेचा जाएगा। 

उचित मूल्य की दुकानों पर विक्रय के लिए दुकानधारकों का लाभांश क्रमश: गेहूं के आटे के लिए छह रुपए प्रति किलोग्राम तथा दलिया के लिए आठ रुपए प्रति किलोग्राम निर्धारित किया है।खाद्य नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामले विभाग बिलासपुर के जिला नियंत्रक ब्रिजेंद्र सिंह पठानिया ने बताया कि प्रारंभ में दस किलो गेहूं का आटा और दस किलो दलिया शहरी क्षेत्रों की उचित मूल्य की दुकानों को संबंधित थोक केंद्रों द्वारा उपलब्ध करवाया जाएगा। ग्रामीण क्षेत्रों की उचित मूल्य दुकानों को आपूर्ति केवल एफपीएस धारक की मांग के अनुसार ही की जाएगी। यदि गेहूं का आटा एवं दलिया विक्रय नहीं होता है, तो निगम द्वारा उक्त मात्रा को वापस ले लिया जाएगा।




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