कैसे लाया जा रहा था विदेशी कंपनियों में निवेश किया हुआ पैसा वापस भारत
शिमला,ब्यूरो रिपोर्ट
इंपीरियल ग्रुप के प्रमुख मानविंदर सिंह ने मनी लॉन्ड्रिंग के तहत अवैध धन को खपाने के लिए ब्रिटिश वर्जिन आईलैंड्स को चुना था। विदेशी मुद्रा प्रबंधन अधिनियम (फेमा-एफईएमए) के तहत प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) शिमला जोनल कार्यालय की जांच में यह खुलासा हुआ है।
ब्रिटिश वर्जिन आइलैंड्स में कंपनियों और सिंगापुर में विदेशी बैंक खातों को लेकर ईडी को जानकारी मिली है। राउंड ट्रिपिंग के जरिये विदेशी कंपनियों में निवेश कर पैसा वापस भारत लाया जा रहा था।ईडी की जांच में सिंगापुर, दुबई और थाईलैंड में भी विदेशी संपत्तियों पर करीब 80 करोड़ अधिक के निवेश का भी खुलासा हुआ है। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) शिमला जोनल कार्यालय ने 19 और 20 सितंबर को हिमाचल और दिल्ली में मानविंदर सिंह उनकी पत्नी सागरी सिंह और दिल्ली स्थित इंपीरियल ग्रुप से जुड़ी कंपनियों के परिसरों में तलाशी अभियान चलाया था।
यह तलाशी विदेशी मुद्रा प्रबंधन अधिनियम (फेमा) के प्रावधानों के तहत की गई। इसमें मानविंदर सिंह, उनकी पत्नी और ग्रुप से जुड़ी कंपनियों की ओर से विदेशों में बनाई गई अवैध संपत्तियों, अघोषित विदेशी निवेश और वित्तीय लेन-देन की जांच की गई। शिमला के नालदेहरा में स्थित औरमाह वेली लग्जरी रेजिडेंशियल प्रोजेक्ट पर भी ईडी ने छापा मारा था।



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