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ज्योति को इन्साफ दिलाने के लिए आठ अगस्त को जोगेंद्रनगर में निकाली जाएगी तिरंगा रैली-कुशाल भारद्वाज

साल बीता लेकिन बेटी को न्याय को लेकर अभी भी प्रशासनिक अधिकारी के कार्यालय में चक्कर काट रहे हैं माता पिता।

जतिन लटावा ,जोगेंद्रनगर
जोगेंद्रनगर शहर के नजदीकी हराबाग गांव से सबंध रखने वाली 23 साल की ज्योति की संदिग्ध मौत का मामला फिर से गर्मा गया है। माकपा नेता कुशाल भारद्वाज ने ज्योति को इन्साफ दिलाने के लिए अब समूचे विधानसभा क्षेत्र में तिरंगा रैली निकालने का ऐलान कर दिया है। ज्योति की संदिग्ध मौत के एक साल पूरा होने पर हजारों की तादात में क्षेत्रवासियों ने इस तिरंगा रैली में शामिल होने का अनुमान लगाया जा रहा है। इसके लिए अभी से ही तय नीति के तहत विशेष अभियान भी शुरू कर दिया है। माकपा नेता कुशाल भारद्वाज ने ज्योति को इन्साफ न मिलने को लेकर फिर से प्रदेश सरकार, पुलिस और सीआईडी के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए बड़े स्तर पर जनादोंलन की तैयारी शुरू की है। 
कुशाल भारद्वाज का कहना है कि एक साल बीत जाने के बाद भी ज्योति की मौत पर पर्दा नहीं उठ पाया है। पुलिस इस मामले को जब सुलझा नहीं पाई तो मामला सीआईडी को सौंपा गया लेकिन साल बीत जाने के बाद भी ज्योति की मौत के कारणों व असली गुनाहगारों को पुलिस अपनी गिरफत में नहीं ले पाई है। इसलिए वह ज्योति के परिजनों के साथ आठ अगस्त को विधानसभा क्षेत्र जोगेंद्रनगर में तिरंगा रैली निकालेगें जिसमें हजारों की तादात में लोग अपनी उपस्थिति दर्ज करवाएगें।

बेटी की संदिग्ध मौत पर अधिकारी मौन, सीआईडी ने भी साध रखी है चुप्पी-सवित्री देवी।

ज्योति की संदिग्ध मौत पर माता सवित्री देवी व पिता बृजभूषण ने कहा है कि उनकी बेटी की संदिग्ध मौत पर पुलिस और प्रशासन के अधिकारी मौन हो चुके हैं। सीआईडी ने भी चुप्पी साध रखी है। साल बीत जाने के बाद भी उन्हें बेटी की मौत पर इन्साफ नहीं मिल पाया है। बेटी को इन्साफ दिलाने के लिए वह पुलिस और प्रशासन के हर छोटे से बड़े अधिकारी यहां तक कि मुख्यमंत्री से भी मुलाकात कर चुके हैं लेकिन हर बार उन्हें आश्वास के अलावा कुछ भी हासिल नहीं हुआ।

यह है मामला।

जोगेंद्रनगर के हराबाग से सबंध रखने वाली 23 साल की ज्योति गत साल आठ जुलाई को रात के समय अचानक अपने कुते के साथ गायब हो गई थी। करीब तीन दिन बाद कुता लौट आया लेकिन ज्योति घर नहीं लौटी। एक माह बाद आठ अगस्त को ज्योति की सड़ी गली लाश मिली इस मामले में पुलिस ने ज्योति के पति को हिरासत में ले लिया। ज्योति की संदिग्ध मौत पर धरने प्रदर्शन शुरू हुए। पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल उठा तो मामले की निष्पक्ष जांच के लिए सीआईडी को मामला सौंपा गया। सीआईडी ने इस मामले में साक्ष्य जुटाकर करीब 500 से अधिक लोगों से पूछताछ की है लेकिन परिजन अभी भी जांच को लेकर संतुष्ट नहीं है।


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