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हिमाचल में रोबोट बनाने, प्रोग्रामिंग और सेंसर तकनीक की पढ़ाई करेंगे विद्यार्थी

 पूर्व में प्रथम चरण में चार जिलों हमीरपुर, शिमला, मंडी और कांगड़ा में 3.50 करोड़ रुपये से 100 लैब स्थापित की

शिमला,रिपोर्ट नीरज डोगरा 

पूर्व में प्रथम चरण में चार जिलों हमीरपुर, शिमला, मंडी और कांगड़ा में 3.50 करोड़ रुपये से 100 लैब स्थापित की जा चुकी हैं। अब अन्य चार जिलों में यह रोबोटिक लैब की स्थापना के लिए सर्वे किया जाएगा।स्कूली विद्यार्थियों को रोबोट बनाने और तकनीकी शिक्षा देने के लिए सूबे के 100 और स्कूलों में समग्र शिक्षा के तहत रोबोटिक लैब स्थापित की जाएंगी। पूर्व में प्रथम चरण में चार जिलों हमीरपुर, शिमला, मंडी और कांगड़ा में 3.50 करोड़ रुपये से 100 लैब स्थापित की जा चुकी हैं। अब अन्य चार जिलों में यह रोबोटिक लैब की स्थापना के लिए सर्वे किया जाएगा।

इसके बाद स्कूलों में लैब स्थापित करने के लिए टेंडर और अन्य कार्य शुरू होंगे। स्कूलों में रोबोटिक लैब स्थापित होने के बाद विद्यार्थी रोबोट बनाने, उसकी प्रोग्रामिंग और सेंसर के काम करने की तकनीक के बारे में जानकारी हासिल करेंगे। इसके लिए सीएमएस पोर्टल बनाया जा रहा है। पोर्टल बनने के बाद विद्यार्थियों को अभ्यास करने में आसानी होगी।

रोबोटिक लैब स्थापना के लिए स्कूल नेट इंडिया कंपनी कार्य कर रही है। कंपनी लैब की स्थापना और विद्यार्थियों को पढ़ाने के लिए शिक्षकों को प्रशिक्षण दे रही है, ताकि विद्यार्थियों को पढ़ाने में शिक्षकों को किसी भी प्रकार की परेशानी न हो। स्थापना के बाद एक साल स्कूलों में रोबोटिक लैब की देखभाल भी कंपनी की ओर से की जाएगी।प्रथम चरण में प्रदेशभर के 100 स्कूलों में रोबोटिक लैब स्थापित की जा चुकी हैं। दूसरे चरण में चार और जिलों से 100 और स्कूलों को चयनित किया जाएगा। टेंडर प्रक्रिया पूरी होने के बाद स्कूलों में लैब की स्थापना का कार्य किया जाएगा। रोबोटिक लैब में विद्यार्थी को रोबोट बनाने, प्रोग्रामिंग और सेंसर कैसे कार्य करते हैं, इसका प्रशिक्षण दिया जाएगा।





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