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अब श्री रेणुकाजी मिनी जू में गूंजेगी बंगाल टाइगर की दहाड़

                                                                   1.50 करोड़ से बाड़े का निर्माण

शिमला,ब्यूरो रिपोर्ट 

मिनी जू श्री रेणुकाजी में शीघ्र ही टाइगर की दहाड़ सुनाई देगी। इसके लिए वन्य प्राणी विभाग ने प्रयास तेज कर दिए हैं। मई मेंं यहां टाइगर के जोड़े को लाया जा सकता है।इनके लिए बाड़े (एनक्लोजर) का निर्माण कार्य युद्ध स्तर पर चल रहा है। मिनी जू रेणुकाजी में 4750 वर्ग मीटर क्षेत्र में 1.50 करोड़ रुपये से टाइगर के आधुनिक बाड़े का निर्माण किया जा रहा है। विभाग ने 30 अप्रैल से पूर्व ठेकेदार को यह कार्य पूर्ण करने के निर्देश दिए हैं। विभाग पहली बार बंगाल टाइगर के जोड़े को रेणुकाजी में लाएगा, लेकिन बाद में इनकी संख्या चार तक की जा सकेगी।

हिमाचल में टाइगर का यह पहला और एकमात्र जोड़ा होगा जिसे पर्यटकों के आकर्षण के लिए रखा जाएगा। सूत्रों के अनुसार, टाइगर के जोड़े को दिल्ली से यहां लाए जाने की योजना है। वन्य प्राणी विभाग शिमला के डीएफओ एन रविशंकर शर्मा ने बताया कि मिनी जू रेणुकाजी में टाइगर का जोड़ा शीघ्र लाया जाएगा। बाड़े का निर्माण प्रगति पर है। अप्रैल में इसका काम पूरा होते ही मई में टाइगर के जोड़े को लाने की योजना है। इसके साथ ही मिनी जू में अन्य जानवरों को लाए जाने पर भी विचार किया जा रहा है।

मिनी रेणुकाजी में आठ वर्षों से वीरान पड़े लॉयन सफारी के बड़े भूभाग पर टाइगर के जोड़े के रहने के लिए आधुनिक बाड़े का निर्माण हो रहा है। आधुनिकता के साथ-साथ इस बाड़े के आंतरिक भाग को वातानुकूलित व पारदर्शी बनाया जाएगा। टाइगर के जोड़े को नसबंदी करने के बाद रेणुकाजी मेंं भेजा जाएगा, जिससे कि इनका प्रजनन यहां न हो सके। मिनी जू रेणुकाजी में यह जोड़ा केवल पर्यटकों के आकर्षण के लिए रखा जाएगा। परिणाम अनुकूल रहने पर इनकी संख्या बढ़ाई जा सकेगी।



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