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विश्व तम्बाकू निषेध दिवस खंड चिकित्सा अधिकारी महाकाल डॉ दिलावर सिंह दियोल की अध्यक्षता में हुआ सम्पन्न

                        दुनियाभर में बड़ी संख्या में लोग किसी न किसी रूप से तंबाकू का सेवन करते हैं

बैजनाथ,रिपोर्ट संसार शर्मा 

 विश्व तम्बाकू निषेध दिवस खंड चिकित्सा अधिकारी महाकाल डॉ दिलावर सिंह दियोल जी के आदेशानुसार राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान बैजनाथ मनाया गया इस मौके पर खंड स्वास्थ्य शिक्षक बीरबल वर्मा ने बताया कि तंबाकू का सेवन जानलेवा हो सकता है, ये बात अधिकतर लोग जानते हैं। हालांकि, बावजूद इसके दुनियाभर में बड़ी संख्या में लोग किसी न किसी रूप से तंबाकू का सेवन करते हैं। इतना ही नहीं, आज के समय में कम उम्र के युवा भी बीड़ी, सिगरेट और गुटखा के आदी हो चुके हैं। आज विश्व भर में 80 लाख लोगों की मृत्यु तम्बाकू जनित रोगो के कारण होती है।

 ऐसे में लोगों को तंबाकू का सेवन करने से रोकने और इससे होने वाले नुकसान के प्रति जागरूकता फैलाने के उद्देश्य से हर साल 31 मई के दिन को दुनियाभर में विश्व तंबाकू निषेध दिवस यानी वर्ल्ड नो टोबैको डे रूप में मनाया जाता हैं तंबाकू में निकोटीन पाया जाता है, जिसका सेवन हार्ट में ब्लड सर्कुलेशन को बढ़ाकर ब्लड वेसेल्स में संकुचन पैदा कर देता है। निकोटीन के कारण धमनियों की दीवारें भी सख्त होने लगती हैं, जिसके चलते दिल का दौरा पड़ने की संभावना बढ़ जाती है।   सिगरेट के धुएं में ही 7,000 से ज्यादा रसायन पाए जाते हैं। इन घातक रसायनों में कैडमियम, आर्सेनिक, बेंजीन, क्रोमियम, ब्यूटाडीन, फॉर्मेल्डिहाइड और टार जैसे कई नुकसानदेय रसायन होते हैं, जो शरीर में कई बीमारियों का कारण बनते हैं। इसके अलावा धूम्रपान करते समय हम कार्बन मोनोऑक्साइड को अपने अंदर लेते हैं, जो रेड ब्लड सेल्स में ऑक्सीजन की मात्रा को कम कर देता है। ये धमनियों की आंतरिक परत में कोलेस्ट्रॉल की मात्रा बढ़ाता है । जो दिल से जुड़ी गंभीर बीमारियों की वजह बन सकता है।

'तंबाकू के थोड़ी मात्रा में सेवन से भी कई प्रकार के घातक कैंसर का खतरा बढ़ जाता है। मुख्य रूप से ये फेफड़े, मुंह, पेट, मूत्राशय, गुर्दे, पैंक्रियाज और गर्भाशय ग्रीवा के कैंसर के खतरे को बढ़ाता है।इसके अलावा धूम्रपान का सेवन मस्तिष्क में रक्त वाहिकाओं की परत में रक्त के थक्के बना सकता है, जिससे स्ट्रोक की समस्या हो सकती है।धूम्रपान हाई ब्लड प्रेशर का कारण बन सकता है, जो कोरोनरी धमनी रोग , दिल के दौरे और क्रोनिक लंग डिजीज का खतरा भी बढ़ा सकता है।' अगर कोई तम्बाकू छोड़ना चाहते हैं तो इसके लिए आप डॉक्टर से सलाह के बाद निकोटीन इनहेलर और स्प्रे जैसे निकोटीन रिप्लेसमेंट उपचारों का सहारा ले सकते हैं।तंबाकू खाने का मन होने पर आप कैंडीज़ और शुगर फ्री गम खा सकते थे हैं। इस सब से अलग निकोटीन की क्रेविंग को खत्म करने में नियमित एक्सरसाइज हमारी काफी मदद कर सकती है।इस मौके पर भाषण प्रतियोगिता भी करवाई गई जिसमें सतबीर जी ने प्रथम स्थान,तनवी जी ने द्वितीय और साहिल जी ने तृतीय स्थान पर रहे। और इन सभी को स्वास्थ्य विभाग द्वारा पुरस्कृत भी किया गया। इस मौके पर वर्ग अनुदेशक श्रीमती सविता जी व श्रीमती सुमन जी सहित समस्त स्टाफ और महिला स्वास्थ्य कार्यकर्ता श्रीमती अनीता जी उसतेहड, आशा श्रीमती सुनीता जी व सीता जी सहित 200 के लगभग प्रशिक्षार्थियों ने भाग लिया।





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