Ticker

6/recent/ticker-posts

Header Ads Widget

धर्मपुर और कंडाघाट में भड़की आग

                                                               30 घंटा जंगल में खड़ी रही ट्रेन

सोलन,ब्यूरो रिपोर्ट 

विश्व धरोहर कालका-शिमला रेलवे ट्रैक पर धर्मपुर और कंडाघाट में रेललाइन के साथ लगते जंगल में आग भड़क गई। जंगल में आग की लपटों को देख धर्मपुर में बीच जंगल मे ट्रेन को रोकना पड़ा। शिमला-कालका एक्सप्रेस ट्रेन घने चीड़ के जंगल मे करीब 1.30 घंटा तक खड़ी रही। इस कारण यात्रियों को खासी परेशानी का सामना करना पड़ा।

रेलवे बोर्ड और स्थानीय लोगों की टीम की ओर से रेललाइन के किनारे आग पर काबू पाने में खासी मशक्कत की। इसके बाद मौके से ट्रेन को सुलगते जंगल के बीच से रवाना किया गया। इसके बाद आने वाली अन्य तीन ट्रेनों को धर्मपुर, कुमारहट्टी, बड़ोग और सोलन रेलवे स्टेशनों में रुकवाया गया, जबकि कंडाघाट के स्टेशन के समीप जंगल में आग लगने के कारण ट्रेन को कनोह रेलवे स्टेशन पर रोका गया। इस कारण ट्रेनें करीब 1.30 से 30 मिनट देरी से चली।मंगलवार को शाम करीब 7:20 बजे धर्मपुर-सनवारा रेलवे स्टेशन के बीच सुक्की जोहड़ी के जंगल में आग लग गई। इससे शिमला से कालका जा रही एक्सप्रेस ट्रेन 52460 को बीच जंगल में रोकना पड़ा। यह ट्रेन शाम 7:25 बजे धर्मपुर रेलवे स्टेशन से रवाना हुई थी और शाम 7:32 पर सुक्की जोहड़ी के पास पहुंची। इससे पहले स्थानीय लोगों ने सूचना रेलवे स्टेशन को दी। लेकिन तब तक ट्रेन रवाना हो चुकी थी।

आग को भड़कता देख रेलवे कर्मचारियों ने ट्रेन को रुकवा लिया। वहीं, कर्मियों ने रेलवे लाइन के साथ लगी आग को बुझाने का प्रयास शुरू किया। यह ट्रेन मौके से 9:00 बजे सनवारा के लिए रवाना हुई। इसके बाद आने वाली हॉलीडे स्पेशल ट्रेन 04564 ट्रेन को धर्मपुर रेलवे स्टेशन पर करीब 1.10 घण्टा तक खड़ी रही। शिमला-कालका शिवालिक 52452 ट्रेन को बड़ोग रेलवे में करीब 58 मिनट रोके रखा, जबकि शिमला- कालका एक्सप्रेस 52454 ट्रेन भी 40 मिनट देरी से चलाई गई। शिमला-कालका हिमालयन क्वीन 52456 ट्रेन को कनोह रेलवे स्टेशन पर 30 मिनट तक रोके रखा। ऐसे में दिल्ली जाने वाली सवारियों को काफी दिक्कत आ रही है। वह आगामी ट्रेनों को नहीं पकड़ पा रहे हैं। उधर, धर्मपुर के कैथल रजोट के पास आग की भयानक लपटें पहुंच गई थी, जिससे रजोट वालों टैंकर मंगवाना पड़ा, वहीं आसपास के रिहायशी इलाकों से भी लोग घरों से बाहर निकल गए थे।





Post a Comment

0 Comments

मई माह में कोटी की चढ़ाई नहीं चढ़ पाया था ट्रेन सेट