मजदूरों और मौसम ने किसानों को डराया
ऊना,ब्यूरो रिपोर्ट
गगरेट उपमंडल की एकमात्र फसल गेहूं पककर तैयार हो गई है। वहीं, मौसम की अस्थिरता के चलते कटाई शुरू करने में कठिनाई उत्पन्न हो रही है।
किसान चिंता में हैं कि यदि अभी कटाई शुरू कर दी और ऊपर से बारिश हो गई तो कटी हुई फसल पर पानी पड़कर नुकसान हो सकता है। आमतौर पर बैसाखी के दिन से ही क्षेत्र में गेहूं की कटाई का कार्य शुरू हो जाता था, लेकिन इस वर्ष मौसम लगातार करवटें बदल रहा है। इसके अलावा गेहूं कटाई करने वाले मजदूरों की ओर से 12 सौ रुपये प्रति कनाल के दर से मांग किए जाने से स्थिति और बिगड़ गई है। मजदूरों की यह मांग किसानों को कटाई से पहले ही आर्थिक दबाव में डाल रही है। किसान नेता एवं हिमाचल प्रदेश नंबरदार कल्याण महासंघ के संगठन मंत्री दीपक दत्ता ने इस पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि किसानों के लिए यह स्थिति अत्यंत चिंताजनक है।
जब फसल तैयार हो चुकी है तो उचित समय पर कटाई न होने से उत्पादन पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ेगा। मजदूरों के उच्च दाम भी किसानों की आर्थिक स्थिति पर बोझ बन रहे हैं। किसानों को समय रहते बेहतर मार्गदर्शन एवं सहायता प्रदान की जानी चाहिए। गगरेट उपमंडल में फसल कटाई के समय मौसम की अनिश्चितता और मजदूरों की ओर से कटाई के मांगे जा रहे ऊंचे दाम ने किसानों में भय और असमंजस की स्थिति पैदा कर दी है।
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