गर्व का पल : 8 सितंबर को साक्षरता का नया कीर्तिमान बनाएगा हिमाचल
शिमला,ब्यूरो रिपोर्ट
शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर ने बताया कि आठ सितंबर को हिमाचल प्रदेश पूरे देश में संपूर्ण साक्षर राज्य घोषित होगा। बुधवार को राज्य सचिवालय में शिक्षा मंत्री ने शिक्षक दिवस और अंतरराष्ट्रीय साक्षरता दिवस के कार्यक्रमों के आयोजन को लेकर तैयारियों की समीक्षा की। शिक्षा मंत्री ने बताया कि भारी बारिश से 743 स्कूल और कॉलेज भवन प्रभावित हुए हैं। करीब 50 करोड़ का नुकसान आंका गया है।
उन्होंने शिक्षकों के तबादले, प्रतिनियुक्ति जरूरत आधार पर ही करने के निर्देश दिए। ताकि स्कूलों में शैक्षणिक कार्य बाधित न हो। बेहतर निगरानी के लिए प्रतिनियुक्ति पर शिक्षकों की एक विस्तृत सूची भी तैयार करने के निर्देश दिए।शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर ने राज्य में लगातार हो रही भारी बारिश से उत्पन्न स्थिति का आकलन करने के लिए बुधवार को उच्च और स्कूल शिक्षा विभागों के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की अध्यक्षता की। उन्होंने कहा कि राज्य में पिछले कई दिनों से लगातार भारी बारिश हो रही है, जिसके कारण भूस्खलन, पेड़ गिरने, सड़कें अवरुद्ध होने और शैक्षणिक संस्थानों सहित सार्वजनिक बुनियादी ढांचे को नुकसान पहुंचा है। उन्होंने निर्देश दिया कि आपदा पश्चात आवश्यकता मूल्यांकन (पीडीएनए) के तहत प्राप्त धनराशि का विवेकपूर्ण उपयोग किया जाए। 75 प्रतिशत से अधिक क्षति वाले संस्थानों को प्राथमिकता दी जाए। उन्होंने गुणवत्तापूर्ण मरम्मत और जीर्णोद्धार कार्यों को सुनिश्चित करने के लिए नियमित भौतिक निगरानी के महत्व पर भी बल दिया।शिक्षा मंत्री ने बैठक के दौरान 5 सितंबर को होने वाले शिक्षक दिवस समारोह की तैयारियों की समीक्षा की। समारोह में उत्कृष्ट शिक्षकों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा में उनके योगदान के लिए सम्मानित किया जाएगा। योग्य शिक्षकों को प्रशंसा प्रमाण-पत्र भी प्रदान किए जाएंगे।
उन्होंने 8 सितंबर को आयोजित किए जाने वाले अंतरराष्ट्रीय साक्षरता दिवस की तैयारियों के बारे में भी चर्चा की। उन्होंने कहा कि यह एक ऐतिहासिक अवसर होगा, जब हिमाचल को पूरे देश में संपूर्ण साक्षर राज्य घोषित किया जाएगा। यह उपलब्धि राज्य सरकार की शिक्षा के प्रति प्रतिबद्धता और शिक्षकों के निरंतर प्रयास और समुदाय की सक्रिय भागीदारी का परिणाम है। यदि प्रतिकूल मौसम की स्थिति बनी रहती है, तो समारोह प्रतीकात्मक रूप से आयोजित किया जाएगा। बैठक में स्कूल और कॉलेज संवर्गों की पदोन्नति के मामले, राजीव गांधी मॉडल डे-बोर्डिंग स्कूल और अटल आदर्श विद्यालयों का कार्यान्वयन, ललित कला, मनोविज्ञान और लोक प्रशासन जैसे नए विषयों की शुरुआत, साथ ही बागवानी को एक व्यावसायिक विषय के रूप में शामिल करने को लेकर भी चर्चा हुई। खेल छात्रावासों से संबंधित मुद्दों की समीक्षा करते हुए अधिक प्रशिक्षकों की भर्ती की संभावना तलाशने के निर्देश दिए।उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश में अपार खेल प्रतिभाएं हैं जिन्हें तराशने की आवश्यकता है। बैठक में शिक्षा सचिव राकेश कंवर ने राज्य में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा को मजबूत करने के लिए सुझाव दिए। उच्च शिक्षा निदेशक डॉ. अमरजीत कुमार शर्मा ने धन्यवाद प्रस्ताव प्रस्तुत किया। स्कूल शिक्षा निदेशक आशीष कोहली ने विभाग की प्रमुख प्राथमिकताओं और चुनौतियों को रेखांकित किया। परियोजना निदेशक समग्र शिक्षा राजेश शर्मा और विभाग के अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी बैठक में उपस्थित रहे।
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