विक्रमादित्य से कोई दुश्मनी नहीं: विपक्षी नेता का बयान
शिमला,ब्यूरो रिपोर्ट
अभिनेत्री एवं सांसद कंगना रनौत ने कैबिनेट मंत्री विक्रमादित्य सिंह को शादी की बधाई दी है। सुंदरनगर में मीडियाकर्मियों के प्रश्नों के जवाब में कंगना ने कहा कि विक्रमादित्य सिंह के साथ उनकी कोई दुश्मनी नहीं है। यह राजनीतिक विचारधारा की लड़ाई है। उनके दिवंगत पिता वीरभद्र सिंह मुझे बेहद प्यार करते थे और अपनी बेटी मानते थे। आज विक्रमादित्य शादी कर रहे हैं और हिमाचल के राजकुमार हैं। ऐसे में हिमाचल के राजकुमार को शादी की बधाई।
किसान आंदोलन के दौरान की गई टिप्पणी पर कोर्ट की तरफ से राहत न मिलने को लेकर पूछे गए सवाल को कंगना टाल गईं। कंगना ने कहा कि यह मामला न्यायालय के अधीन है। बता दें कि इस मामले में अभी तक कंगना को कोर्ट से राहत नहीं मिली है और 29 सितंबर को फिर से मामले की सुनवाई है। किसान आंदोलन के दौरान कंगना ने वहां धरने पर बैठी महिलाओं के प्रति टिप्पणी की थी।देश में जीएसटी की नई दरें लागू हो गई हैं। इसी उपलक्ष्य पर सुंदरनगर भाजपा की तरफ से सोमवार को बचत उत्सव के तहत एक रैली का आयोजन किया गया, जिसमें कंगना ने विशेष रूप से अपनी उपस्थिति दर्ज करवाई। सुंदरनगर के विधायक राकेश जम्वाल भी उनके साथ मौजूद रहे। कंगना ने भोजपुर बाजार की दुकानों में जाकर दुकानदारों को फूल दिए और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की बचत उत्सव वाले स्टीकर चिपकाए।कंगना ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ऐतिहासिक फैसला लिया है। उन्होंने लोगों से स्वदेशी चीजों का अधिक से अधिक प्रयोग करने का आह्वान किया। कंगना ने कहा कि आज हमारा देश चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बना है जबकि जल्द ही तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की ओर अग्रसर है। यह तभी संभव होगा जब हम अधिक से अधिक स्वदेशी वस्तुओं का कारोबार करेंगे।सुंदरनगर में युवा कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने हाथों में काले झंडे लेकर कंगना गो-बैक के नारे लगाए। हालांकि कांग्रेसियों ने यह काले झंडे कंगना को दिखाने थे लेकिन जहां युवा कांग्रेसी विरोध करने के लिए खड़े थे उससे पहले ही कंगना का काफिला मुड़ गया और कांग्रेसी हाथों में काले झंडे लिए खड़े ही रह गए।
हालांकि उन्होंने काले झंडे लहराए और कंगना गो-बैक के नारे भी खूब लगाए। बता दें कि सोमवार को कंगना रनौत मंडी जिला के सुंदरनगर के दौरे पर थी। यहां उन्होंने भोजपुर बाजार में जीएसटी के बदलावों को लेकर भाजपा की तरफ से आयोजित बचत उत्सव रैली में भाग लिया और दुकानदारों से मुलाकात करके उनकी दुकानों पर स्टीकर भी चिपकाए।पुराने बस स्टैंड के पास युवा कांग्रेसी कंगना का विरोध करने काले झंडे लेकर खड़े थे। लेकिन उससे थोड़ा पहले अम्बेदकर नगर की तरफ जाने वाली सड़क पर कंगना का काफिला चला गया और वहीं से होता हुआ आगे जा निकला। हालांकि भाजपा का कहना है कि यह रूट पहले ही तय था। मंडी जिला युवा कांग्रेस के अध्यक्ष निखिल ठाकुर ने कहा कि कंगना दीदी की जो जिम्मेदारियां प्रदेश के प्रति बनती हैं वह हमेशा उनसे भागती हैं और आज भी भागी हैं। अगर कंगना अपने ही क्षेत्र की जनता को ऐसे पीठ दिखाकर भागती है तो इससे बड़ा दुर्भाग्य और कोई नहीं हो सकता। जबकि हमने उनसे यही पूछना था कि आपदा को लेकर वे केंद्र में किस तरह से हिमाचल का पक्ष रख रही हैं।निखिल ठाकुर ने कहा कि सुंदरगनर में कंगना दीदी जीएसटी का प्रचार करने तो आ गई लेकिन यहां से कुछ दूरी पर जंगमबाग में जो दर्दनाक हादसा हुआ था वहां जाने की जहमत नहीं उठाई। इससे पता चलता है कि कंगना अपने क्षेत्र के लोगों के प्रति कितनी संवेदनशील हैं। उल्टा उन्होंने प्रशासन पर कई आरोप लगाए थे जबकि प्रशासन के अधिकारी और स्थानीय कांग्रेसी नेताओं ने वहां मदद को हाथ बढ़ाए जबकि कंगना दीदी वहां से नदारद ही रही थी। कंगना का यह रवैया अपने क्षेत्र के प्रति उचित नहीं है।
0 Comments