डीसी कार्यालय से शेरे पंजाब तक निकाली गई रैली
शिमला,ब्यूरो रिपोर्ट
चार साल के मासूम युग की हत्या के मामले में प्रदेश उच्च न्यायालय के फैसले से आहत परिजनों ने वीरवार को काली पट्टी बांधकर रोष प्रकट किया। प्रदर्शन में सैकड़ों की संख्या में शहर के लोग काले बिल्ले लगाकर शामिल हुए।
उपायुक्त कार्यालय से शेरे पंजाब तक निकाली रोष रैली में लोगों ने युग के हत्यारों को फांसी की सजा देने मांग की। प्रदर्शन में लोगों के बीच न्याय व्यवस्था को लेकर रोष भी नजर आया। प्रदेश उच्च न्यायालय ने युग हत्याकांड के दो दोषियों की सजा को फांसी से उम्रकैद में बदल दिया है जबकि एक को बरी कर दिया। इसको लेकर युग के परिजनों ने नाराजगी जताई है और मामले में सुप्रीम कोर्ट में अपील करने की बात कही है।शहर में वीरवार शाम करीब 4:00 बजे युग के पिता विनोद गुप्ता, मां पिंकी गुप्ता और दादी चंद्रलेखा समेत अन्य परिजन उपायुक्त कार्यालय के बाहर आंखों पर काली पट्टी बांधकर पहुंचे। यहां सैकड़ों की भीड़ जुटने के बाद परिजनों ने उपायुक्त कार्यालय से शेरे पंजाब तक रोष रैली निकाली।
इसमें कारोबारियों के साथ हर वर्ग के लोग शामिल हुए। रोष रैली जैसे-जैसे आगे बढ़ने लगी लोगों की भीड़ भी बढ़ती रही। इस दौरान लोगों ने युग के हत्यारों को फांसी की सजा देने और दोषियों के खिलाफ गुस्सा जाहिर किया।विनोद गुप्ता ने प्रदेश उच्च न्यायालय के फैसले पर नाराजगी जताते हुए कहा कि उन्हें अपने बच्चे के लिए इंसाफ चाहिए। कई वर्षों से वह मासूम बेटे को इंसाफ दिलाने के लिए अदालतों के चक्कर लगाते रहे। अब दो दोषियों की सजा उम्रकैद बदल दिया और एक को बरी कर दिया है। उन्होंने कहा कि जब तीनों इस अपराध में शामिल थे तो एक को बरी क्यों किया गया? इससे अच्छा था कि तीनों को ही अदालत बरी कर देती। विनोद गुप्ता ने कहा कि उन्हें इंसाफ नहीं मिला है और वह अब सुप्रीम कोर्ट जाएंगे। सरकार भी कह रही है कि इस फैसले को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती देंगे लेकिन मैं अपने स्तर पर निजी वकील भी करूंगा। युग की मां ने कहा कि हमें अपने बच्चे के लिए इंसाफ चाहिए।
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