पिता प्रेम कुमार धूमल का साथ नहीं, बल्कि मेहनत का फल
पालमपुर,रिपोर्ट नेहा धीमान
भले ही अनुराग ठाकुर दिग्गज भाजपा नेता एवं पूर्व मुख्यमन्त्री प्रोफेसर प्रेम कुमार धूमल जी के बेटे हैं लेकिन यह मुकाम इन्होने अपने कडे परिश्रम एवं योग्यता के वल पर हासिल किया है।
प्रिंट एवं इलैक्ट्रॉनिक मीडिया में अनुराग ठाकुर के ऊपर व्यक्त की जा रही प्रतिक्रियाओं के एवज़ में पालमपुर के पूर्व विधायक प्रवीन कुमार ने कहा कि सर्वप्रथम श्री अनुराग ठाकुर जी ने अपने अथक प्रयासों से धर्मशाला स्थित सामने टिम टिमाती बर्फीली पहाडियों एवं धोलाधार के आंचल में विश्व के खूबसूरत क्रिकेट स्टेडियमों में से एक स्टेडियम बनवाकर लांखो क्रिकेट प्रेमियों का दिल जीत कर उनके दिवाने बन चुके हैं। इसके अतिरिक्त बतौर राष्ट्रीय अध्यक्ष भारतीय जनता युवा मोर्चा के नाते उस वक्त सिर पर कफन बाँध कर उग्रवादी ग्रस्त श्री नगर के लाल चोक पर तिरंगा फहराने के राष्ट्रीय आह्वान पर भारत वर्ष के करोड़ों युवाओं का दिल जीता था ।
यही नहीं भारत वर्ष के सर्वोच्च सदन में एक सर्वश्रेष्ठ सांसद के नाते अपने आप को प्रमाणित करने ,कोरोना महा संकट के दौरान अपनी अहम भूमिका निभाने , नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी की कारगुजारी को लेकर अपने आक्रामक एवं रचनात्मक रुख से हिन्दुस्तान की जनता की नजरों में अपना स्थान चर्चाओं में प्रमुखता के साथ बनाना ओर यशस्वी प्रधानमन्त्री श्री नरेन्द्र मोदी जी द्वारा अनुराग ठाकुर को हिमाचल का छोकरा जैसे शब्द से सम्बोधित करके प्रशंसा के पुल बांधना कोई छोटी बात नहीं अपितु हिमाचल के लिए बेहद गौरव व गर्व का विषय है। ऐसे में स्वाभिक है अनुराग ठाकुर जी जहां भी जाएंगे उनके नाम के नारे लगेगें । कुल मिलाकर अनुराग ठाकुर का कोई मुकाबला नहीं ।
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