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जयराम ठाकुर की अनुराग ठाकुर को नसीहत

                                                     नेता बड़ा हो तो योगदान भी बड़ा होना चाहिए

शिमला,ब्यूरो रिपोर्ट 

हाल ही में मंडी जिले के दौरे पर आए हमीरपुर के सांसद एवं पूर्व मंत्री अनुराग ठाकुर के समर्थन में हुई नारेबाजी पर नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने तंज कसा। जयराम ठाकुर ने सेरी मंच पर युवा मोर्चा के कार्यक्रम में बातों-बातों में अप्रत्यक्ष रूप से अनुराग ठाकुर को नसीहत देते हुए कहा कि अगर नेता बड़ा हो तो योगदान भी बड़ा होना चाहिए। 

अपनी जीत के लिए नहीं, पार्टी के हित के लिए काम होना चाहिए। उन्होंने कहा कि जब 2022 में भाजपा को सरकार बनाने के लिए सीटों की जरूरत थी तो ये बड़े नेता कोई योगदान नहीं दे सके। उन्होंने कहा कि अकेले मंडी जिले ने 9 सीटों का योगदान विस चुनावों में दिया था। जयराम ठाकुर मंडी में मंगलवार को खासे उग्र दिखे। पिछले दिनो पूर्व केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर मंडी दौरे पर आए थे। इस दौरान कई भाजपा कार्यकर्ताओं ने हिमाचल का सीएम कैसा हो, अनुराग ठाकुर जैसा हो... के नारे लगाकर सियासी पारा चढ़ा दिया था। लेकिन मीडिया के सवालों के जवाब में अनुराग ठाकुर ने इस नारेबाजी पर पर्दा डाल दिया था और कहा था कि वे एक कार्यकर्ता के रूप में काम करते हैं। उधर, मंगलवार को मंडी पहुंचे जयराम ने इस पर जवाब दिया।पूर्व मुख्यमंत्री एवं नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने कहा कि वोट चोर गद्दी छोड़ अभियान के तहत सबसे पहले कांग्रेसियों को सीएम सुखविंद्र सिंह सुक्खू से त्यागपत्र मांगना चाहिए। कहा कि विधानसभा उपचुनाव देहरा में चुनाव आचार संहिता के बीच महिला मंडलों को धनराशि ट्रांसफर की गई।

यह मामला अदालत में विचाराधीन है। आरोप लगाया कि जनसंपर्क विभाग की हायर की गई एजेंसी के जरिये उनकी छवि धूमिल की जा रही है। इसके लिए कोर्ट का दरवाजा खटखटाया जाएगा। सीएम सुक्खू को पार्टी बनाया जाएगा।मंडी में पत्रकारवार्ता में जयराम ने कहा कि 45 करोड़ ओटीएस (वन टाइम सेटलमेंट) मामले में कांग्रेस सरकार कटघरे में है। अपने लोगों को लाभ देना ही कांग्रेस का काम है। मुख्यमंत्री सुक्खू इस समय कई संदिग्ध छवि वाले अधिकारियों की मदद लेकर उनके चंगुल में फंस चुके हैं, जिससे निकलना उनके लिए बहुत मुश्किल हो गया है। यह बेहद खतरनाक स्थिति है। उनकी ऐसी भी क्या मजबूरी बन गई है कि आज पूरा प्रदेश कार्यवाहक अधिकारियों के भरोसे चल रहा है।जयराम ने कहा कि अधिकारी को पद से हटाने पर राज खुल सकते हैं। सही मायने में मुख्यमंत्री ऐसी स्थिति में नहीं हैं कि वह किसी की नियुक्ति अपने हिसाब से कर सकें। कुछ अधिकारी सरकार के टूल बनकर काम कर रहे हैं, उन्हें भी यह याद रखना चाहिए कि उनके हर फैसले की समीक्षा कभी भी हो सकती है। कहा कि सुक्खू सरकार को एफआईआर करने की सनक सवार हो गई है। अब सरकार ने बच्चियों पर भी एफआईआर दर्ज कर दी। कुल्लू तहसीलदार मामले में जयराम ने कहा कि देव आस्था के प्रति आस्था का भाव होना चाहिए।

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