Ticker

6/recent/ticker-posts

Header Ads Widget

डीसी दफ्तर के पास पकड़ा ‘ब्लैकमेलर’ बंदर,जानें ब्लैकमेलर के बारे में



 

  • शिमला,रिपोर्ट
    शिमला के मशहूर जाखू मंदिर में बंदरों का जमावड़ा लगा रहता है,यहां बड़ी संख्या में टूरिस्ट आते हैं। ऐसे में बंदर टूरिस्ट का सामान छीन लेते हैं और जब उन्हें खाने के लिए प्रसाद या अन्य कुछ दिया जाए तो सामान लौटा देते हैं।




हर साल आईजीएमसी में बंदरों के काटने के आते हैं,इनमें 35 फीसदी पर्यटक शामिल होते हैं। वहीं हर साल 1300 से ज्यादा लोग बंदरों के काटने के बाद शिमला के अस्पतालों में इलाज करवाने आते हैं। वर्ष 2014 से लेकर वर्ष 2020 तक बंदरों के काटने के 8 हजार से ज्यादा मामले सामने आए हैं।

हिमाचल प्रदेश वन विभाग के वन्यजीव विंग ने एक ऐसे बंदर को पकड़ा है,जो आए दिन लोगों को ‘ब्लैकमेल’ करता था। यह बात अटपटी लगेगी, लेकिन सच है। शातिर बंदर आए दिन सैलानियों और स्थानीय लोगों के चश्मे छीनकर ले जाता था। जब कोई उसे खाने-पीने का सामान देता था, तभी लौटाता था। खैर, अब इस उत्पाती बंदर को विभाग ने पकड़ लिया है। इससे लोगों को राहत मिलेगी।

यह बंदर उपायुक्त कार्यालय के पास डेरा जमाए हुए था। यहां से गुजरने वाले लोगों के कंधे पर चढ़ जाता और चश्मा उतारकर भाग जाता।जब तक इसे खाने-पीने की चीजें न दी जातीं, यह तब तक चश्मा नहीं छोड़ता था। लोगों ने वन्य जीव विभाग को इसकी शिकायत की।

रेंज अफसर प्रमोद गुप्ता की अगुवाई वाली टीम जब मौके पर पहुंची तो इस बंदर को पकड़ने के लिए कड़ी मशक्कत करनी पड़ी।कई घंटे तक कर्मचारी इसे आइसक्रीम से लेकर नमकीन,बिस्किट तक के पैकेट खाने के लिए देते रहे, लेकिन यह छत से नहीं उतरा।अंत में विभाग ने ट्रैंक्यूलाइजर गन से इसे बेहोश कर पकड़ा।अब इसे टूटीकंडी स्थित चिड़ियाघर में रखा है।नसबंदी और कुछ दिन निगरानी के बाद इसे वापस छोड़ा जाएगा।

वन्यजीव विभाग के डीएफओ कृष्ण कुमार ने बताया कि लोगों की शिकायत पर इसे पकड़ा है। वन्यजीव विभाग का मानना है कि यह बंदर जाखू मंदिर क्षेत्र से यहां पहुंचा था।

Post a Comment

0 Comments

मई माह में कोटी की चढ़ाई नहीं चढ़ पाया था ट्रेन सेट