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पूर्व विधायक को होली मेले में प्रशासन की तरफ से उपेक्षा का मलाल कहा प्रशासन ने बदल दी परंपराएं

पालमपुर,रिपोर्ट
कांग्रेस के शासनकाल में भी बतौर पूर्व विधायक के नाते या तो तहसीलदार या नायब तहसीलदार वाकायदा घर में पालमपुर के राज्य स्तरीय होली महोत्सव का निमंत्रण कार्ड देते थे । मगर वर्तमान में पालमपुर प्रशासन किस प्रकार की परंपरा का निर्वहन करते हुए होली महोत्सव का आगाज कर रहा है । यह विषय चिंतनीय है । 
यह प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए पालमपुर के पूर्व विधायक प्रवीन कुमार ने कहा कि उन्होंने बहुत पहले बाकायदा पत्रकार वार्ता के माध्यम से पालमपुर के तमाम अधिकारियों से कहा था कि आम जनमानस की सेवा को सर्वोपरि ध्यान में रखते हुए हिमाचल प्रदेश के सरल एवं शान्त स्वभाव के मुख्यमन्त्री जय राम ठाकुर के कुशल नेतृत्व में हर कोई अधिकारी किसी के दबाव एवं रोभ में ना आकर भय मुक्त होकर अपने अपने पद का निर्वहन करें । 
पूर्व विधायक ने हॆरानगी व्यक्त करते हुए कहा कि होली महोत्सव के संचालन हेतु जो जो समितियां गठित की गई हैं किस की अनुशंसा पर नामावली तैयार की गई है यह विषय भी एक प्रश्न चिन्ह का है ? उन्होंने होली प्रशासन से जानना चाहा है कि होली महोत्सव के सफल आयोजन हेतु ये जो समितियां गठित की गई हैं क्या इन समितियों के संयोजको ने अपनी अपनी कमेटियों के सदस्यों के साथ बैठकें की । जिस किसी का भी नाम डाला गया है क्या उसे पता है कि मेरी क्या भूमिका है । पूर्व विधायक ने होली प्रशासन को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि यह सरकारी कार्यक्रम है ना कि राजनीतिक। इसकी गरिमा एवं मर्यादा का जरुर खयाल रखा जाना चाहिए कि कोई श्री जय राम सरकार के ऊपर उंगली न उठाए । पूर्व विधायक ने उदाहरण देते हुए कहा कि बतौर विधायक उन्होंने पांच होली महोत्सव करवाये । उस वक्त चाहे तत्कालीन मुख्यमंत्री प्रोफेसर प्रेम कुमार धूमल को जितनी मर्जी व्यस्तता रही हो । उन्होंने हमारे आग्रह को कुबूल करके उद्घाटन या समापन समारोह में भाग लेकर कार्यक्रम की शोभा को बढाया है। । यही नहीं पहले महोत्सव के दौरान ही होली कला मंच की दुर्दशा को देखकर जब कलाकार मंच पर थरथराते थे तो कहीं से ईंट गिरती थी तो कहीं नीचे बिछाए गये तख्ते जड जड करते थे । यह विषय उस वक्त समारोह के मुख्य अतिथि प्रोफेसर प्रेम कुमार धूमल व समापन समारोह के मुख्य अतिथि पूर्व मुख्यमंत्री एवं तत्कालीन राज्य सभा सांसद शांता कुमार के ध्यानार्थ लाया गया । इस तरह दोनों नेताओं के सहयोग से वर्षों से जर्जर यह होली कला मंच बनाया गया था । पूर्व विधायक ने कहा यह यही नहीं वर्षो से होली महोत्सव के कलाकारों की एक रात्रि उत्तर भारत के शीर्षथ लोकप्रिय अखबार पंजाब केसरी के सौजन्य से मनाई जाती थी परंतु इस बार इसका भी कहीं कोई जिक्र तक नहीं ।

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