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पहाड़ो की रानी शिमला में बनेगा सबसे बड़ा रोपवे

                               अमेरिका के बाद अब हिमाचल प्रदेश के शिमला में बनेगा सबसे बड़ा रोपवे 

शिमला,रिपोर्ट नीरज डोगरा 

हिमाचल में 57.1 किलोमीटर लंबे सात रोपवे से सुगम होगा सफर, यहां बनेगा विश्‍व का दूसरा सबसे लंबा रज्‍जूमार्ग हिमाचल प्रदेश में अब पर्यटन को रोपवे से पंख लगेंगे। आधुनिक युग में सड़क की दूरी को रोपवे परिवहन प्रणाली कम करेगी।हिमाचल प्रदेश में अब पर्यटन को रोपवे से पंख लगेंगे। आधुनिक युग में सड़क की दूरी को रोपवे परिवहन प्रणाली कम करेगी। रोपवे ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले लोगों के लिए परिवहन का नया माध्यम मिलेगा।

भले ही राज्य का 66.5 प्रतिशत हिस्सा वन भूमि के अधीन आता है, लेकिन सरकार परिवहन के नए माध्यम रोपवे निर्माण का रास्ता निकालने के लिए योजनाओं का प्रारूप तैयार कर रही है। इसी कड़ी में प्रदेश सरकार ने राज्य में प्रस्तावित 57.1 किलोमीटर लंबे सात रोपवे परियोजनाओं के लिए केंद्र सरकार से करार किया है। पिछले कई वर्ष से अधर में लटकी सात रोपवे परियोजनाओं पर करीब 3223 करोड़ की राशि खर्च होगी। इन परियोजनाओं पर काम प्रारंभ होने की स्थिति में रोजगार के अवसर भी सृजित होंगे।प्रदेश सरकार ने कुछ समय पहले केंद्र सरकार के साथ पालमपुर के थातरी से चुंजर, शिरगुल महादेव,  लूहणू-बंदला, हिमानी-चामुंडा, बिजली महादेव, भरमौर से भरमाणी माता मंदिर तथा किलाड़ से साच दर्रा तक रोपवे निर्माण को लेकर करार किया है। इसके अतिरिक्त तारा देवी से शिमला तक करीब 15 किमी लंबे रोपवे प्रोजेक्ट को भी केंद्र ने स्वीकृति दे दी है।

प्रधान सचिव परिवहन आरडी नजीम का कहना है तारा देवी से शिमला रोपवे के लिए सरकार न्यू डेवलपमेंट बैंक (एनडीबी) से ऋण लेगी। केंद्रीय आर्थिक मामलों के मंत्रालय से इसके लिए हरी झंडी मिल गई है। ऋण में 90 प्रतिशत केंद्रीय अनुदान होगा। 10 प्रतिशत राशि राज्य सरकार को वहन करनी होगी। 1500 करोड़ रुपये से अधिक के इस रोपवे से शिमला की सड़कों पर ट्रैफिक जाम की समस्या खत्म होगी। सैलानियों के वाहनों को शहर से बाहर ही रोक दिया जाएगा। शिमला में 70 हजार पंजीकृत वाहन हैं। इसके अतिरिक्त हर वर्ष करीब 45 लाख पर्यटक यहां आते हैं। सैलानियों के वाहन पहुंचने से सड़कों पर ट्रैफिक जाम अधिक होता है। सरकार इस रोपवे पर जल्द काम प्रारंभ करने की कोशिश में है। तारा देवी शिमला रोपवे विश्व का दूसरा सबसे अधिक लंबाई का रोपवे होगा। एक दिन में रोपवे करीब 10 हजार स्थानीय लोग इसमें अलग-अलग चरणों में यात्रा कर सकेंगे।

शिमला के ट्रांसपोर्ट सिस्टम को बेहतर बनाने के साथ ही सड़क परिवहन की वैकल्पिक व्यवस्था भी की जाएगी।  उन्होंने कहा कि इसके लिए शिमला रोप वे प्रोजेक्ट सरकार ला रही है। शहर के लिए 1546 करोड़ की लागत से ट्रांसपोर्ट रोपवे बनाया जा रहा है, इसके फंडिंग के लिए न्यू डेवलपमेंट बैंक से बातचीत हो गई है. यह रोपवे 14.69 किलोमीटर लंबा होगा, जिसमें 15 स्टेशन होंगे. 5 लाइनों का यह रोपवे 18 किलोमीटर प्रति घंटा से चलेगा। डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि तारादेवी से जाखू, संजौली, छोटा शिमला को जायेगा। उन्होंने कहा कि यह शिमला के ट्रांसपोर्ट में एक बड़ा क्रांतिकारी कदम होगा। शिमला का यह रोपवे अमेरिका में बने रोपवे के बाद दूसरा लंबा रोपवे होगा। उन्होंने कहा कि इसको लेकर हाल ही उन्होंने ऑस्ट्रिया में रोपवे निर्माता 4 कंपनियों से बातचीत की है. इसकी फंडिंग केंद्र सरकार और राज्य सरकार के बीच होगी। उन्होंने कहा कि अक्टूबर माह तक इसके लिए टेंडर जारी होंगे। 


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