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देश के कोने से माटी लाकर अमृत वाटिका का निर्माण देश के लिए बलिदान करने वाले हर बलिदानी के प्रति सच्चीश्रद्धांजलि: जयराम ठाकुर

                     प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृव में हमेशा देश के प्रतीकों का सम्मान हुआ

शिमला,रिपोर्ट नीरज डोगरा 

नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने आज ‘मेरी माटी मेरा देश’ कार्यक्रम के तहत देश भर से मिट्टी एकत्रित करने केचलाई जा रही अमृत कलश यात्रा में भाग लिया। शिमला शहरी विधान सभा के जाख़ू वार्ड स्थित जोधा निवास के आसपास से उन्होंने दिल्ली में बनाई जाने वाली ‘अमृत वाटिका’ के लिए मिट्टी एकत्र की। अमृत कलश यात्रा में जयरामठाकुर अश्वनी मनोचा, अशोक मनोचा, अनिला कश्यप सूद, वीना भाटिया, नंदन चोपड़ा, केवल कृष्ण सचदेवा के यहांसे अमृत कलश में मिट्टी एकत्र की। 

इस मौक़े पर उनके साथ मंडल अध्यक्ष सुनील धर, डॉ सपना कश्यप, प्रत्याशी संजय सूद, गणेश दत्त, किमी सूद, अनूपवैद, अजय सरना, बिट्टू पाना, गगन लखनपाल, श्रवण शर्मा, पिंकी गोयल, विजय चौहान, गोपाल सूद, राजन अग्रवाल, शैली शर्मा, दीपक, शुभ महाजन आदि पदाधिकारी व अन्य कार्यकर्ता उपस्थित रहे। नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि देश के कोने-कोने से एकत्र की हुई मिट्टी को देश की राजधानी में बनने वाली अमृत वाटिका मेंइस्तेमाल किया जाएगा। देश के अमर बलिदानियों को सच्ची श्रद्धांजलि देने का इससे अच्छा तरीक़ा नहीं हो सकता।उन्होंने कहा देश के बलिदान देने वालों को श्रद्धांजलि देना हमारा फ़र्ज़  है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में देश केमहान विभूतियों को हमेशा सर्वोच्च सम्मान दिया है। 

जयराम ठाकुर ने कहा कि देश की अखंडता के सबसे बड़े प्रतीक, भारत के एकीकरण के सबसे बड़े नायक लौह पुरुषसरदार वल्लभ भाई पटेल के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा देश के कोने कोने से लोहा एकत्र करके ‘स्टैच्यू ऑफ़यूनिटी’ का निर्माण किया गया। भारत के एकीकरण के लिए संघर्ष करने वाले लौह पुरुष सरदार पटेल के की यह मूर्तिदुनियां की सबसे ऊंची मूर्ति है। इसी तरह देश के अमर बलिदानियों के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने ‘राष्ट्रीय समरस्मारक’ का निर्माण करवा कर देश के 25 हज़ार से ज़्यादा अमर बलिदानियों को समर्पित किया। 

इस दौरान पत्रकारों से बात-चीत करते हुए नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने सरकार पर भी निशाना साधा। सरदार पटेलमंडी विश्वविद्यालय पर पूछे गये सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि मैं सभी देवी-देवताओं से मुख्यमंत्री को सद्बुद्धि देनेकी प्रार्थना करता हूं। जो विश्वविद्यालय डेढ़ साल से कार्यरत है, उसे कॉलेज कह रहे हैं। 25 करोड़ की लागत से मैंनेभवन का निर्माण करवाया। इसके अलावा अन्य आवश्यक संसाधनों का प्रबंध किया। नेता प्रतिपक्ष ने कहा सरदारपटेल विश्वविद्यालय में कोई पूर्णकालिक कुलपति नहीं है। वहां कार्यरत लोगों के वेतन के लिए समय से फंड नहींउपलब्ध किया जा रहा है। जयराम ठाकुर ने कहा कि नौ महीनें का समय बीत गया है और सरकार संस्थान खोलने केबजाय बंद करने पर लगी है। कुछ देने की जगह जो पिछली सरकार में हमने दिए थे।नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि केंद्र से सहयोग की लिये मैं तीन बार दिल्ली गया। प्रधानमंत्री, गृहमंत्री को पत्र लिखकर आभारभी जताया तथा और ज़्यादा सहयोग की मांग की। यह काम मुख्यमंत्री को करना चाहिए था लेकिन मुख्यमंत्री औरसरकार में बैठे लोग किस भाषा में बात कर रहे हैं, यह आप सब जानते हैं। 





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