स्कूलों में अवकाश के लिए स्थिति के अनुसार होगा फैसला
शिमला,ब्यूरो रिपोर्ट
सीएम सुखविंद्र सिंह सूक्खू ने कहा कि राज्य सचिवालय में उच्चस्तरीय बैठक इसलिए बुलाई गई है, क्योंकि हमारा एरिया भी बॉर्डर एरिया में आता है। कोई अनहोनी न हो, उसके लिए प्रशासन जागरूक रहे।
सुक्खू ने कहा कि सभी जिलाधीशों को निर्देश जारी किए गए हैं कि वे अपने-अपने जिलों में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम करें। उन्हें तकनीक के आधार पर इनपुट का इस्तेमाल करने को कहा गया है। विशेषकर हिमाचल प्रदेश के सीमा क्षेत्रों में स्कूलों की समीक्षा करने को कहा गया है। उपायुक्तों को इनमें अवकाश के लिए स्थिति के अनुसार फैसला करने के निर्देश दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि किसी भी प्रकार की कार्रवाई को दुश्मन देश करता है तो हम कार्रवाई करने को तैयार हैं। कई बार दुश्मन देश की ओर से सोशल मीडिया पर भ्रामक प्रचार किए जाते हैं, उस पर भी नजर रखने के निर्देश दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि ज्यादा भीड़भाड़ नहीं हो, इस बारे में निर्देश आए हैं। इसलिए उन्होंने बंजार का दौरा रद्द किया है, क्योंकि वहां पर चार हजार लोग जुट रहे थे।लोक निर्माण मंत्री का बंजार दाैरा भी रद्द हुआ है। केंद्र सरकार ने विशेष एडवाइजरी जारी कर सभी हवाई हड्डों को सील करने के निर्देश जारी कर दिए हैं। प्रदेश में हवाई यात्राओं को स्थगित किया गया है।
गगल व शिमला हवाई अड्डों को बंद कर दिया गया है। सभी सीमा क्षेत्र अलर्ट पर है। संवेदनशील स्थलों पर सुरक्षा बढ़ाई गई है। जिला प्रशासन ने सभी विभागों को अलर्ट किया। खाद्य सामग्री समेत अन्य जरूरी वस्तुओं का स्टॉक रखने को कहा है। गगल एयरपोर्ट 9 मई तक नागरिक उड़ानों के लिए बंद कर दिया गया है। सिर्फ सेना के लिए इसका इस्तेमाल होगा। शिमला शहर में मॉक ड्रिल ऑपरेशन अभ्यास 7 मई को शाम 4:00 बजे आयोजित होगा। इस दौरान उपायुक्त कार्यालय परिसर और संजौली क्षेत्र के पार्किंग में ऑपरेशन अभ्यास किया जाएगा। वहीं शहर में शाम 7:20 बजे से लेकर 7:30 तक पूरे शहर शिमला में ब्लैकआउट किया जाएगा। जिला प्रशासन सुबह 10:00 बजे से ही मॉक ड्रिल की तैयारियां शुरू करेगा। उपायुक्त अनुपम कश्यप ने बताया कि लोग प्रशासन के निर्देशों का सख्ती से पालन करें और ऑपरेशन अभ्यास में सहभागिता निभाएं। मॉक ड्रिल में निकासी योजनाओं का अभ्यास होगा, जिसमें लोगों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाया जाएगा। मॉक ड्रिल के दौरान हवाई हमले की चेतावनी देने वाले सायरन बज सकते हैं। सायरन बजने पर तुरंत खुले इलाकों से हट जाएं और किसी सुरक्षित इमारत, घर, या बंकर में शरण लें। इसके अलावा नजदीकी इमारत में प्रवेश करें और सायरन बजने के बाद सुरक्षित स्थान पर पहुंचने का अभ्यास करें। क्रैश ब्लैकआउट के दौरान सभी लाइटें बंद कर दी जाएंगी।
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