हिमाचल विश्वविद्यालय के पाठ्यक्रम में शामिल होगा एआई
शिमला,ब्यूरो रिपोर्ट
हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय अब आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) को भी पाठ्यक्रम में शामिल करेगा। वर्तमान दौर में एआई की जरूरत को देखते हुए प्रदेश विश्वविद्यालय ने यह फैसला लिया है। एचपीयू इस साल से एआई और डाटा साइंस को अलग विषय के तौर पर शुरू किया जा रहा है।
विश्वविद्यालय सभागार में मंगलवार को आयोजित अमर उजाला भविष्य ज्योति सम्मान समारोह में बतौर मुख्यातिथि शिरकत कर रहे कुलपति प्रो. महावीर सिंह ने कहा कि आज के दौर में एआई बेहद जरूरी हो गया है। इससे काम आसान हो रहा है। युवाओं को इससे जानना जरूरी है। हालांकि, एआई भी भगवान नहीं है। यह भी डाटा के आधार पर ही परिणाम दिखाता है।युवाओं को चाहिए कि वे अपनी स्किल डेवलपमेंट यानी कार्यकुशलता को बढ़ाएं और ज्यादा से ज्यादा डाटा यानी जानकारी ग्रहण करें। समारोह में शिमला शहर के स्कूलों के मेधावी बच्चों को सम्मानित करने के बाद कुलपति ने कहा कि आने वाले समय में क्लासिकल कंप्यूटर की जगह क्वांटम कंप्यूटर ले लेगा। इससे एक साल में होने वाली गणना महज पांच मिनट में पूरी हो जाएगी।
कहा कि आज के दौर में अब भाषा भी पढ़ाई में बाधा नहीं रही। पहले हिंदी स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों को अंग्रेजी भाषा में विज्ञान विषय पढ़ने में दिक्कत आती थी। खुद उन्हें भी फिजिक्स समझने में छह महीने लग गए। लेकिन अब ऐसा नहीं है। कुलपति ने मेधावियों को सम्मानित करने की अमर उजाला और एस्पायर ग्रुप की भी सराहना की।कुलपति ने बच्चों को सफलता का मंत्र दिया। कहा कि सभी बच्चे बड़े सपने देखें। ईमानदारी से मेहनत करें। एक समय में एक ही काम करें। यदि खाना खा रहे हैं तो सिर्फ इसी पर ध्यान दें। साथ में कंप्यूटर, मोबाइल आदि न चलाएं। पढ़ाई के वक्त भी ऐसा ही करें। नशे से दूर रहें। समारोह में पहुंचे बच्चों, उनके शिक्षकों और अभिभावकों को भी कुलपति ने शुभकामनाएं दीं। समारोह में सोलन कॉलेज की प्रिंसिपल मनीषा कोहली ने विशेष अतिथि के तौर पर शिरकत की।
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