राज्य के कई भागों में छह दिन भारी बारिश का अलर्ट
शिमला,ब्यूरो रिपोर्ट
राजधानी शिमला सहित कांगड़ा, धर्मशाला, चंबा और हमीरपुर में वीरवार को बूंदाबांदी हुई। ऊना में दिन भर बादल छाए रहे। शुक्रवार और शनिवार को भी प्रदेश के कई क्षेत्रों में बारिश का येलो अलर्ट जारी हुआ है। 16 जुलाई तक प्रदेश में मौसम खराब रहने का पूर्वानुमान है। शुक्रवार को चंबा, कांगड़ा, कुल्लू, मंडी, शिमला और सिरमौर जिलों के कुछ जलग्रहण क्षेत्रों और आसपास के क्षेत्रों में कम से मध्यम स्तर की बाढ़ का खतरा होने की संभावना है।
वीरवार शाम तक प्रदेश में 207 सड़कें, 132 बिजली ट्रांसफार्मर और 812 जल आपूर्ति योजनाएं बाधित रहीं।मंडी जिले में सबसे अधिक 134 सड़कें, 111 बिजली ट्रांसफार्मर व 204 जल आपूर्ति योजनाएं बंद हैं। इसके अलावा धर्मशाला, नूरपुर और देहरा में 603 पेयजल योजनाएं ठप हैं। गगल हवाई अड्डा पर एक उड़ान रद्द हो गई और एक आसमान में चक्कर काटने के बाद लौट गई। चंडीगढ़ से गगल और फिर दिल्ली जाने वाली इंडिगो की दोपहर बाद आने वाली फ्लाइट खराब मौसम के चलते रद्द हुई। दिल्ली से आने वाली स्पाइस जेट की उड़ान कम विजिबिलिटी के चलते आसमान में चक्कर काटने के बाद लौट गई। शिमला और भुंतर में हवाई सेवाएं सामान्य रहीं। मौसम विज्ञान केंद्र शिमला ने 11, 13, 14 और 15 जुलाई को राज्य के कई स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना जताई है। 12 जुलाई को कुछ स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश के आसार हैं। 16 जुलाई को अधिकांश स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश होने का पूर्वानुमान है।
बुधवार रात को धौलाकुआं में 168.5, बिलासपुर में 120.4, मनाली में 46.0, जुब्बड़हट्टी में 44.2, नगरोटा सूरियां में 42.4, पांवटा साहिब में 38.4, सुजानपुर टिहरा में 37.5, जटोन बैराज में 34.6, नाहन में 34.1 व गुलेर में 32.8 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई। बारिश के कारण जिला चंबा में 25 बिजली टांसफार्मर बंद होने से 125 गांवों में अंधेरा पसरा हुआ है।हिमाचल प्रदेश में इस मानसून सीजन में 20 जून से अब तक 85 लोगों की जान गई है। 129 लोग घायल हुए हैं और 34 लापता हैं। सरकार की ओर से जारी रिपोर्ट में बताया गया कि बादल फटने, भूस्खलन व बाढ़ के चलते अब तक 1576 कच्चे-पक्के मकानों सहित दुकानों को भारी क्षति हुई है। 877 से अधिक गोशालाओं को भी नुकसान पहुंचा है। 881 मवेशियों की माैत हो चुकी है। नुकसान का आंकड़ा 73,912.48 लाख रुपये के पार पहुंच चुका है। वहीं सड़क हादसों में 31 लोगों की माैत हुई है। मंडी जिले में 30 जून व 1 जुलाई के मध्य आई आपदा में 409 मकान पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गए, जबकि 789 को आंशिक नुकसान हुआ है।
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