नालागढ़ में स्थापित पहला डिफेंस उद्योग मार्च 2026 में शुरू करेगा उत्पादन
सोलन,ब्यूरो रिपोर्ट
भारतीय सेना की बोफोर्स तोप के लिए गोला-बारूद अब हिमाचल में बनने वाला है। राज्य की पहली डिफेंस कंपनी नालागढ़ में स्थापित हुई है और यह मार्च 2026 में उत्पादन शुरू कर देगी। नालागढ़ में इस फैसिलिटी के लिए राज्य सरकार ने 800 एकड़ भूमि दी हुई है। यहां डिफेंस पार्क बनाने की योजना है, जो दो चरणों में पूरा होगा।
इस पार्क में हर साल एक लाख राउंड 155 एमएम आर्टिलरी एम्युनिशन का उत्पादन होगा। यह न सिर्फ भारतीय सेना के काम आएगा, बल्कि बाहरी देशों को निर्यात भी किया जा सकेगा। यह उद्योग एसएमपीपी लिमिटेड ने लगाया है, जो अगले साल प्रोडक्शन में आने वाला है। इस कंपनी ने अब तक एडमिशन एक्सपोर्ट के मामले में 200 मिलियन डालर के ऑर्डर विदेश से प्राप्त कर लिए हैं। इस स्तर पर रक्षा उत्पाद बनाने वाली यह प्रदेश की पहली कंपनी होगी।
भारतीय सेना को 155 एमएम शेल्स की जरूरत कई तरह की आर्टिलरी सिस्टम के लिए होती है। इसमें बोफोर्स, धनुष, शारंग और भारत में ही बने एडवांस्ड टाउड आर्टिलरी गन सिस्टम इत्यादि शामिल हैं।भारतीय सेना 3000 और 155एमएम गन को इंडक्ट करना चाह रही है, इसलिए इस तरह के एम्युनिशन की डिमांड बढऩे वाली है। हाल ही में ऑपरेशन सिंदूर के दौरान जिन लक्ष्यभेदी हथियारों का इस्तेमाल किया गया, उनका उत्पादन भी यह कंपनी करने जा रही है। इसके लिए किसी टेक्नोलॉजी पार्टनर से कोलैबोरेशन की जा रही है। एसएमपीपी लिमिटेड इससे पहले भारतीय सेना के पर्सनल प्रोटक्शन सिस्टम पर काम करती रहेगी।
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