Ticker

6/recent/ticker-posts

Header Ads Widget

भाजपा एमआईपी पर बागवानों को गुमराह करने का प्रयास

                                     भाजपा एमआईपी पर बागवानों को गुमराह करने का प्रयास कर रही

शिमला,ब्यूरो रिपोर्ट 

अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता कुलदीप सिंह राठौर ने कहा है कि भाजपा एमआईपी पर बागवानों को गुमराह करने का प्रयास कर रही है। उन्होंने कहा कि हालांकि इसकी कोई भी कानूनी मान्यता नहीं है, पर प्रदेश भाजपा के नेताओं ने प्रेस में एमआईपी को लेकर दावा किया था कि केंद्र सरकार ने सेब पर एमआईपी 50 से 80 रुपये करने की बात कही थी, जबकि केंद्र सरकार ने संसद में साफ किया है कि ऐसा कोई भी प्रस्ताव सरकार के पास नहीं है।

मंगलवार को पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता व ठियोग के विधायक राठौर ने कहा कि इससे साफ है कि भाजपा प्रदेश के बागवानों को गुमराह कर रही है। प्रदेश में हो रही प्राकृतिक आपदाओं, बादल फटने और बाढ़ आने की घटनाओं पर चिंता जताते हुए कहा है कि कहीं न कहीं प्रकृति से छेड़छाड़, अवैज्ञानिक ढंग से भूमि की खुदाई, अवैध खनन व अत्यधिक पेड़ों का कटान भी इसका कारण माना जा सकता है।राठौर ने कहा कि प्रदेश सरकार प्राकृतिक आपदाओं से निपटने के लिए बहुत ही संवेदनशील है। प्रदेश सरकार ने राहत मैनुअल घोषित कर दिया है। उन्होंने इसके लिए मुख्यमंत्री सहित प्रदेश मंत्रिमंडल का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि राहत पात्र लोगों तक पहुंचे यह सुनिश्चित किया जाना चाहिए।

कुलदीप सिंह राठौर ने सरकारी भूमि पर लगे सेब के पेड़ों के प्रदेश उच्च न्यायालय के आदेशों पर किए जा रहे कटान को उच्चतम न्यायालय की ओर से रोक लगाने के फैसले का स्वागत करते किया हैं। उन्होंने कहा कि अबैध कब्जों के लिए उन वन अधिकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई जानी चाहिए, जिनकी लापरवाही से वन भूमि पर अवैध कब्जों के बाद बगीचे तक लग गए।कुलदीप सिंह राठौर ने विदेशों से आने वाले सेब के आयात शुल्क पर बढ़ोतरी न किए जाने पर चिंता जताई है। उन्होंने कहा है कि उन्होंने इस बारे में एक पत्र केंद्रीय वाणिज्य मंत्री को भी लिखा है पर उस पर अभी तक कोई भी सूचना उन्हें नही मिली है। राठौर ने कहा कि अमेरिका भारत पर सेब पर आयात शुल्क घटाने की फिराक में है। अगर ऐसा होता है तो हिमाचल सहित कश्मीर, उत्तराखंड सहित देश के सेब बागवानी पर विपरीत असर पड़ेगा।


Post a Comment

0 Comments

आखिर किन ?काॅलेजों को ही दी जाएंगी बीएड की सीटें