आखिरकार कैसे पहुंचा सरकारी सीमेंट महिला मंडल भवन में
ज्वाली,रिपोर्ट राजेश कतनौरिया
विकास खंड फतेहपुर कि ग्राम पंचायत लाड़थ में भारी लापरवाही के लगभग 50 -60 बोरी सीमेंट का पत्थर वनने का मामला सामने आया है। महिला मंडल भवन में रखे गए 50–60 बैग सरकारी सीमेंट पूरी तरह पत्थर में तब्दील हो गए। पंचायत के इस कारनामे ने न सिर्फ ग्रामीणों बल्कि पंचायत के कामकाज पर भी कई गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं ! जानकारी के अनुसार यह सीमेंट करीब एक साल पहले पुराने पंचायत भवन व अब महिला महिला मंडल भवन में रखा गया था।
पुराने पंचायत भवन को मौखिक रूप से महिला मंडल को सौंप दिया गया। अब बड़ा सवाल यह है कि सरकारी सीमेंट महिला मंडल के कब्जे वाले भवन में आखिर कैसे पहुंचा ! गौरतलब है कि पंचायत का सुरक्षित सीमैंट का गोदाम नकोदर मैं है ! ऐसे मैं सवाल उठता है कि लगभग एक साल से पड़े सरकारी सीमैंट महिला मंडल भवन ( डलवाडा़) मसला दै तालाब मैं क्यों रखा गया ! जानकारी के मुताबिक नवंबर दिसंबर माह कि लाभार्थी के एक डंगे का निर्माण किया गया था ! यह सीमैंट उस समय का बचा हुआ है !महिला मंडल प्रधान साहनी देवी ने माना कि इस महिला मंडल भवन की चाबी हमारे पास बर्ष 2011 से हमारे पास है ! लेकिन सीमेंट पंचायत पंचायत प्रधान द्बारा रखवाया गया था। उन्होंने बताया कि पिछले वर्ष नवंबर दिसंबर माह मैं एक डंगे का काम निर्माण हुआ था ! यह सीमेंट उस समय से वचा है ! मेरा यही बयान है ! पंचायत सदस्य सुशील कुमार नै वताया कि मेरे पास 10 दिसंबर 2024 का फोटो सबूत है जब सीमैंट रखा गया था !
लेकिन अब यह सीमेंट पत्थर बन चुका था। गहन जांच हो ! उन्होंने बताया कि अगर सही जांच कि जाये तो पंचायत में लाखों का घपला सामने आ सकता है !वहीं पंचायत उपप्रधान संजय कुमार मनहास का कहना है कि सीमैंट काफ़ी समय से महिला मंडल भवन मैं पड़ा हुआ है ! प्रधान जो भी काम करती है अपनी मर्जी से करती है !पंचायत प्रधान संजना देवी का का कहना है कि यह सीमेंट महज़ 2–3 महीने पहले आया था, लेकिन बारिश की वजह से इस्तेमाल नहीं हो सका। जव चाबी देने कि बात को लेकर पूछा गया तो कोई सही जबाब नहीं मिला ! इसमें पंचायत प्रधान संजना देवी के कुछ वयान बाकी सदस्यों से अलग है जो कि संदेह के घेरे मैं हैं !सरकारी गोदाम छोड़कर जर्जर भवन में क्यों रखा गया सीमेंट ! बही पंचायत प्रधान का कहना है हमारे सीमेंट के दो स्टोर है ! जब इस बारे पंचायत सचिव अंजना देवी से फोन किया तो उन्होंने फोन उठाना मुनासिब नहीं समझा !जब इस मामले पर विकास खंड अधिकारी सुभाष अत्री से जानना चाहा तो उन्होंने बताया कि मुझे इस बारे जानकारी मिली है । मैंने इस मामले की जांच को लेकर पंचायत निरीक्षक को जांच के लिए कह दिया है ! जो भी जांच होगी निष्पक्ष तरीके से की जायेगी !पंचायत वासियों और जनप्रतिनिधियों ने सरकार से मांग की है कि पूरे प्रकरण की गहन जांच की जाए और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई हो।
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