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हिमाचल प्रदेश में प्राकृतिक आपदा का पर्यटन पर असर

                                      प्राकृतिक आपदाओं से बुरी तरह प्रभावित हिमाचल का पर्यटन

शिमला,ब्यूरो रिपोर्ट 

हिमाचल प्रदेश में प्राकृतिक आपदा के चलते इस साल पर्यटन पर बड़ा असर पड़ा है। जनवरी से सितंबर 2025 तक प्रदेश में 99.92 लाख सैलानी पहुंचे, जबकि पिछले साल इसी अवधि में यह संख्या 1.40 करोड़ थी। यानी पिछले साल की तुलना में इस बार लगभग 29.9 फीसदी कम पर्यटक हिमाचल आए हैं। 

होटल, गेस्ट हाउस, ट्रैवल एजेंट, टैक्सी ऑपरेटर, गाइड और स्थानीय कारोबारियों को पर्यटकों की घटती संख्या से भारी नुकसान हो रहा है। होटल उद्योग से जुड़े लोगों का कहना है कि इस बार सीजन के महीनों में भी बुकिंग सामान्य से आधी रह गई।पर्यटन विभाग को उम्मीद है कि आने वाले त्योहारी सीजन और बर्फबारी से सैलानियों की आमद एक बार फिर बढ़ सकती है। पर्यटन विभाग के अधिकारियों ने माना कि भारत-पाकिस्तान विवाद और प्रदेश में आई प्राकृतिक आपदाओं ने पर्यटन की रफ्तार को प्रभावित किया है। इसका असर सीधे प्रदेश की पर्यटन अर्थव्यवस्था पर पड़ा है। आर्थिक सर्वेक्षण की रिपोर्ट के अनुसार, 2025 में अब तक 99,92,279 घरेलू पर्यटक हिमाचल घूमने आए। इनमें सबसे ज्यादा 20,45,390 कुल्लू पहुंचे। इसके बाद सोलन में 16,42,170 और शिमला में 14,36,678 पर्यटक आए। 

जुलाई-अगस्त के दौरान आपदा प्रभावित चंबा में 3,08,211 पर्यटक आए। आर्थिक सर्वेक्षण की रिपोर्ट के अनुसार, पिछले छह वर्षों में विदेशी पर्यटकों की संख्या में भारी गिरावट आई है। 2019 में प्रदेश में लगभग 3.82 लाख विदेशी पर्यटक आए थे। सितंबर 2025 तक यह आंकड़ा घटकर सिर्फ 55,242 हजार रह गया है। 2015 से 2019 तक करीब 20.69 लाख विदेशी हिमाचल आए थे। वहीं 2020 से दिसंबर 2024 तक महज 2.22 लाख विदेशी सैलानी पहुंचे। इन पांच वर्षों में 18,46,913 विदेशी पर्यटक घटे हैं। हिमाचल में साल 2024 में 1.81 करोड़ पर्यटक घूमने के लिए पहुंचे। इससे पहले 2017 में 1.96 करोड़ पर्यटक आए थे। कोरोना काल (2019-20) और 2023-24 की आपदा के कारण सैलानियों की संख्या घट गई। साल 2019-22 में 2.60 करोड़, साल 2023 में 1.60 करोड़ पर्यटक हिमाचल आए। विदेशी पर्यटन पर इजराइल हमास और यूक्रेन रूस युद्ध का भी असर पड़ा है।


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