पुरुष वर्चस्व के इस कार्य को निभा रही बखूबी
- पालमपुर, सुरेश सूद बरिष्ठ पत्रकार
कांगड़ा जिले की नूरपुर तहसील के नागबाड़ी गांव की सोनिया शर्मा ने पालमपुर के डाकघर में बतौर पहली महिला डाकिया के रूप में अपनी सेवाएं देने का गौरव हासिल किया है।
पिछले 2 माह से सोनिया शर्मा हर सुबह 5 बजे उठकर अपने घर का काम खत्म करके दफ्तर के लिए रवाना होती है। हर दिन एक भारी भरकम चिट्ठियों का बस्ता पीठ पर उठाकर घर घर जाकर लंबी दूरी पैदल तय करती है। ताकि किसी की कोई जरूरी सूचना पहुंचाने में देरी ना हो। हिमाचल फ़ास्ट टीवी से बातचीत करते हुए सोनिया शर्मा ने कहा की पालमपुर ड्यूटी ज्वाइन करने से पहले वह 5 वर्ष तक दिल्ली के सुल्तानपुरी जैसे कठिन इलाके में घर घर जाकर बतौर महिला डाकिया अपनी सेवाएं दे चुकी है।
सोनिया ने बताया कि जब महिलाएं बस चालक व कंडक्टर का कार्य निभा सकती है तो इसी तरह मुझे भी इस कार्य में कोई दिक्कत आड़े नहीं आ रही है। पुरुष वर्चस्व के इस कार्य को सोनिया बड़ी बखूबी से निभा रही हैं। पालमपुर की इस महिला डाकिया की मेहनत और इमानदारी से कार्य करने की लगन को हर तरफ सराहा जा रहा है। सोनिया शर्मा के दो बच्चे एक लड़का व एक लड़की है जबकि उसके पति अपने गांव में ज्योतिष का कार्य करते हैं। सोनिया जिला कांगड़ा की दूसरी महिला डाकिया है। इससे पूर्व कांगड़ा जिले की रक्कड़ तहसील के गांव मंडलियां गांव की एक बेटी अदिति शर्मा धर्मशाला के डिपु बाजार में अपनी सेवाएं देकर प्रदेश की पहली महिला डाकिया होने का गौरव हासिल कर चुकी है।
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