जवानों को अलर्ट मोड़ में रहने के के आदेश
काँगड़ा,रिपोर्ट नेहा धीमान
चंबा जिला की पड़ोसी राज्य के लगती सीमांत क्षेत्र में स्थित लंगेरा चेकपोस्ट और संघणी पुलिस चौकी में अब आईटीबीपी जवानों ने मोर्चा संभाल लिया है।
आईटीबीपी जवानाें के साथ हिमाचल पुलिस बटालियन और स्थानीय पुलिस चौकी में तैनात जवान, एसपीओ जवान भी कंधे से कंधा मिला कर ड्यूटी देते नजर आ रहे हैं। जिला की सीमांत क्षेत्र में सुरक्षा व्यवस्था को अब पहले की अपेक्षा बढ़ाया गया है। साथ ही तैनात जवानों को अलर्ट मोड़ में रहने के फरमान भी मिले हैं। वर्तमान समय में आईटीबीपी के 20 से 25 जवान सुरक्षा चौकियों, पेट्रोलिंग के लिए तैनात किए गए हैं। जरूररत पड़ने पर चंबा स्थित आईटीबीपी सेक्शन से 5 से 10 आईटीबीपी के जवानों को ओर तैनात किया जा सकता है। डीएसपी सलूणी रंजन शर्मा ने बताया कि सीमांत क्षेत्र की लंगेरा चेकपोस्ट और संघणी पुलिस चौकी में आईटीबीपी जवान तैनात किए गए हैं। आईटीबीपी, पुलिस बटालियन, थाने-चौकी में तैनात पुलिस जवान और एसपीओ सीमांत क्षेत्र में पेट्रोलिंग कर रहे हैं।
बताया कि आवश्यकता पड़ने पर 5 से 10 आईटीबीपी के जवान सीमांत क्षेत्रों मेंं बुलाए जा सकते हैं।राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में शुरू ऑपरेशन सिंदूर राष्ट्रीय गौरव के प्रतीक के रूप में सामने आया है। उन्होंने भारतीय सेना की निर्णायक कार्रवाई की प्रशंसा की। राज्यपाल ने ये बात अंतरराष्ट्रीय रेडक्रॉस दिवस के अवसर पर हमीरपुर के मिनी सचिवालय परिसर में आयोजित राज्य स्तरीय कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए कही। उन्होंने कहा कि सेना ने निर्दोष नागरिकों की नृशंस हत्याओं के लिए जिम्मेदार आतंकवादियों को करारा जवाब दिया। हमें अपनी सशस्त्र सेनाओं पर गर्व है। उन्होंने कहा कि सेना ने कार्रवाई से पूरे देश को गौरवान्वित किया है। ऑपरेशन सिंदूर नाम प्रधानमंत्री ने दिया है, वह काफी महत्वपूर्ण रहा है। उन्होंने कहा कि हिंदू समाज में सिंदूर का काफी महत्व होता है और महिलाओं के लिए सिंदूर सर्वप्रिय होता है।उन्होंने कहा कि भारतीय सेना हर तरह के हमले का कड़ा उत्तर देने के लिए तैयार है।
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