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प्राकृतिक खेती से उगाई गेहूं की खरीद के लिए तिथि को बढ़ाया

                                                        अब किसान 19 मई से अपनी फसल को बेच सकेंगे

काँगड़ा,रिपोर्ट नेहा धीमान 

मौसम की प्रतिकूल परिस्थितियों के कारण जिला कांगड़ा में प्राकृतिक खेती से उगाई गेहूं की खरीद के लिए तिथि को बढ़ा दिया है। 

कृषि प्रौद्योगिकी प्रबंधन एजेंसी (आतमा) की ओर से निदेशालय को पत्र भेजकर तिथि बढ़ाने की अनुमति ली गई। इसके बाद अब किसान 19 मई से अपनी फसल को बेच सकेंगे।जिला कांगड़ा में पहले यह प्रक्रिया 15 मई से शुरू होनी थी, लेकिन बारिश के कारण फसल गीली हो गई और किसान समय पर फसल खरीद केंद्रों तक नहीं पहुंच पाए। अब आतमा ने शिमला निदेशालय से खरीद तिथि बढ़ाने की अनुमति ली है। इसके बाद अब ढलियारा और फतेहपुर में 19 मई और नगरोटा-बगवां में 26 मई से फसल बेची जा सकेगी। इसके लिए जिला कांगड़ा के 369 किसानों ने अभी तक पंजीकरण करवाया है।

उल्लेखनीय है कि हिमाचल प्रदेश सरकार की ओर से किसानों से 60 रुपये प्रति किलो की दर से प्राकृतिक तरीके से उगाई गेहूं की खरीद की जा रही है। इसके लिए जिले में तीन केंद्र स्थापित किए गए हैं और 64.24 मीट्रिक टन गेहूं खरीदने का लक्ष्य रखा गया है। अभी तक जिले के 369 किसानों ने फसल बेचने के लिए पंजीकरण करवाया है। उम्मीद जताई जा रही है कि फसल बिक्री शुरू होने के बाद यह संख्या और बढ़ेगी।जिला में प्राकृतिक गेहूं की बिक्री की तिथि को 15 मई से 19 मई तक बढ़ा दी है। अब किसान ढलियारा और फतेहपुर में 19 मई और नगरोटा-बगवां में 26 मई से अपनी फसल बेच सकते हैं। अपनी फसल बेचने के लिए अभी तक जिला के 369 किसानों ने अपना पंजीकरण करवाया है।




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