ये गांव आएंगे एयरपोर्ट विस्तारीकरण की जद में
काँगड़ा,ब्यूरो रिपोर्ट
हिमाचल प्रदेश के गगल एयरपोर्ट के विस्तारीकरण के तहत मांझी खड्ड पर बनने वाले रनवे पुल की स्थिति अगले माह साफ हो जाएगी। पुल बनाने को लेकर सीडब्ल्यूपीसी (सेंट्रल वाटर एंड पावर रिसर्च स्टेशन) पुणे और वाप्कोस लिमिटेड संयुक्त रूप से कार्य कर रहे हैं। मांझी खड्ड पर पुल का आकार कैसा होगा, कितने पिलर लगाए जाएंगे। उन्होंने एक 135 पेज का ड्राफ्ट तैयार किया है, जिसे रकार को भेजा है।
जानकारी के अनुसार मौजूदा समय में गगल एयरपोर्ट की हवाई पट्टी 1,370 मीटर लंबी और 30 मीटर चौड़ी है। 2015 में हुए सर्वे के अनुसार हवाई पट्टी 1,700 मीटर होनी थी। इसके बाद सरकार ने दोबारा सर्वे करवाकर हवाई पट्टी को 2,050 मीटर करने की योजना बनाई। इसके बाद 2,400 मीटर और अब रनवे को 3,110 मीटर करने का प्रस्ताव है, जिसके लिए भूमि अधिग्रहण की अधिसूचना जारी हो चुकी है। इसके अलावा भू-अधिग्रहण के लिए 450 करोड़ रुपये के करीब धनराशि भी वितरित की जा चुकी है।गगल एयरपोर्ट विस्तारीकरण को लेकर मांझी खड्ड एक बड़ी चुनौती बनी हुई है। इस चुनौती से पार पाने के लिए सीडब्ल्यूपीसी और वाप्कोस लिमिटेड संयुक्त रूप से कार्य कर रहे हैं। दोनों ही एजेंसियों ने पुल के डिजाइन का खाका तैयार कर ड्राफ्ट रिपोर्ट तैयार की है।
रिपोर्ट को प्रदेश सरकार को सौंपा गया है। इस रिपोर्ट पर स्क्रूटनी होगी, जिसके बाद इसे अंतिम रूप दिया जाएगा।एयरपोर्ट विस्तारीकरण की जद में विधानसभा क्षेत्र कांगड़ा के तहत बाग, बल्ला, बरस्वालकड़, भेड़ी, दुगियारी खास, गगल खास, झिकली इच्छी, मुगरेहड़, सहौड़ा और सनौरा गांव आएंगे। इसके अलावा शाहपुर विधानसभा के तहत रछियालू, जुगेहड़, भड़ोत, क्योड़ी गांवों को चिह्नित किया है।सीडब्ल्यूपीसी पुणे और वाप्कोस की टीम ने गगल एयरपोर्ट विस्तारीकरण को लेकर 135 पेज का ड्राफ्ट तैयार किया है। इस ड्राफ्ट को स्टडी किया जा रहा है। स्टडी करने के बाद इसे अंतिम रूप दिया जाएगा। उम्मीद है कि अगस्त माह में गगल एयरपोर्ट के लिए मांझी खड्ड पर बनने वाले पुल स्थिति स्पष्ट हो जाएगी।
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