बादल फटने से मनाली-लेह मार्ग पर आया मलबा
शिमला,ब्यूरो रिपोर्ट
माैसम विज्ञान केंद्र शिमला के अनुसार राज्य में 9 जुलाई तक भारी बारिश जारी रहने का अलर्ट है। 3 व 4 जुलाई के लिए येलो अलर्ट जारी किया गया है। जबकि 5 से 9 जुलाई तक कई भागों में भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी हुआ है। ऐसे में लोगों को सतर्क रहने को कहा गया है।
नदी-नालों, भूस्खलन के प्रति संवेदनशील स्थलों से दूर रहने की सलाह दी गई है। साथ ही माैसम की स्थिति के अनुसार अपनी यात्रा तय करने को कहा गया है। वहीं बीते 24 घंटे के दाैरान पच्छाद में 133.3, मैहरे बड़सर 92.0, जुब्बड़हट्टी 59.4, जटोन बैराज 56.0, ऊना 55.2, बैजनाथ 55.0, नाहन 42.5, ब्राह्मणी 42.2, बग्गी 37.5, बीबीएमबी 35.2, मुरारी देवी 34.6, कांगड़ा 32.6 व सराहन में 29.1 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई है। सोलंगनाला से कुछ दूर पहली स्नो गैलरी के पास भारी भूस्खलन होने से मनाली-लेह मार्ग यातायात के लिए बंद हो गया। बादल फटने से हुई भारी बारिश के कारण स्नो गैलरी के समीप बहने वाला नाला उफान पर आ गया। इससे भारी मात्रा में मलबा सड़क पर आ गया है।
डीएसपी मनाली केडी शर्मा ने बताया कि सीमा सड़क संगठन को यातायात बहाल करने के लिए कहा गया है।हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश और भूस्खलन के कारण अब तक जल शक्ति विभाग की 3,698 परियोजनाएं क्षतिग्रस्त हुई हैं। इनमें 2,786 जलापूर्ति, 733 सिंचाई और 41 सीवरेज परियोजनाएं शामिल हैं। विभाग की ओर से अब तक लगभग 240 करोड़ रुपये की क्षति का आकलन किया गया है। उप-मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने कहा है कि हालात की गंभीरता को देखते हुए जल शक्ति विभाग को त्वरित कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। विभाग ने युद्धस्तर पर बहाली का कार्य आरंभ कर दिया है। विभाग को प्राथमिकता के आधार पर पेयजल और सीवरेज सेवाओं को बहाल करने के निर्देश दिए हैं। अब तक 1,591 जलापूर्ति परियोजनाओं को अस्थायी रूप से बहाल कर दिया गया है।
0 Comments