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74 वर्ष बीत जाने के बाद भी इंदौरा के ‍क्यारी गांव को सड़क नहीं

विकास कार्य भाषणों तक सीमित , ग्रामवासियों का कहना जमीनी स्तर पर कुछ नही 

इंदौरा,शम्मी धीमान
प्रदेश सरकार विकास करवाने को लेकर आपने भाषणों में बड़े बड़े दावे करती दिखती है और यह दावे जमीनी स्तर पर कई जगह खोखले सावित हो रहे है। देश आजाद हुए 74 वर्ष बीत जाने पर भी आज तक विधानसभा क्षेत्र इंदौरा के अधीन पड़ते कई गाँव सड़क,स्वस्थ और शिक्षा जैसी मूलभूत सुबिधा से बंचित बंचित हैं।ऐसी ही हालात है गाँव क्यारी जोकी ग्राम पँचायत कंगरेडी ओर  विधानसभा क्षेत्र इंदौरा के अधीन पड़ता है।इस गाँव में किसी भी तरह की सरकार की मूलभूत सुबिधा उपलब्ध नही है ओर इस गाँव के आगे सरकार के विकास ने सब दावे खोखले सावित हो रहे है।
ग्रामीण सुशील पठानिया,जोगिंदर सिंह,कुलदीप सिंह,राकेश, विजय पठानिया, कृष्ण सिंह,विशन सिंह,सुखदेव,बलवंत सिंह,जसवंत सिंह आदि ने सरकार के प्रति रोष जाहिर करते हुए कहा कि इंदौरा की विधायक व उनके नुमाईंदों द्वारा सोशल मीडिया पर इंदौरा में कीये गए विकास कार्यो को खूब उजागर किया जा रहा है यहाँ तक की इंदौरा क्षेत्र की सड़कों को बनाने को लेकर विधायक को लोगों सड़को की रानी का नाम दे चुके है पर आजादी के 74 वर्ष बीत जाने पर भी आज तक उनके गांव की सड़क को पक्का नही किया गया है।उन्होंने कहा कि कई बार उन्होंने विधायक को इस सड़क निर्माण के लिए बोला पर आज तक सड़क के हालात ज्यो के त्यों ही है।सड़क निर्माण तो दूर विधायक ने आज तक उनके गांव क्यारी में एक बार भी आकर नही देखा है।ग्रामीणों ने बताया कि जब भी किसी अधिकारी जा सरकार के नुमाइंदों को सड़क बनाए जाने बारे पूछते है तो पौने पांच वर्षों से एक ही जबाब सुनने को मिल रहा है कि अगले महीने सड़क का निर्माण कार्य शुरू हो रहा है। पर बड़ी हैरानी की बात है कि वो महीना कब आएगा जब काम शुरू होगा।
क्यारी गाँव के बासियों ने बताया कि उनके गाँव में कोई भी प्राथमिक स्कूल,स्वस्थ केंद्र और न ही आंगनबाड़ी केंद्र है।स्कूलों की समस्या होने के चलते गाँव के अधिकतर लोग जो बाहरी राज्यो जा हिमाचल में ही कही सरकारी जा प्राइवेट नोकरी करते है वो सब मजबूरन अपने परिवारों को अपने साथ रखकर बच्चो को पढ़ाने के लिए मजबूर है। जो लोग घरों में रहते है उनको अपने छोटे से बड़े बच्चो को पढ़ाने के लिए गाँव से 20 से 25 किलोमीटर दूर भेजना पड़ता है।भटोली से लेकर डेढ़ किलोमीटर कच्चे रास्ते से होकर लोग अपने गंतव्य को जाते है वरसात के मौसम में तो सिर्फ पैदल चलना भी खतरे से खाली नही है आए दिन कई लोग आते जाते गिरते रहते है।उनका गाँव क्यारी कांग्रेडी पंचायत वार्ड नंबर पांच के अधीन आता है उनके गांव के छोटे बच्चो को आज तक आंगनवाड़ी से मिलने बाली किसी प्रकार की भी सहूलियत तक  नही मिली है। गाँव के छोटे से बड़े बच्चे यहाँ तक की पुरे गाँव के लोगो पैदल चलकर भटोली तक पहुँचकर अपने गंतव्य को जाते है। इस गाँव के कई युबक सेना में भी अपनी सेवाएं दे रहे है। ।ग्रामीणों ने वताया के कई  कई महीने पहले पँचायत ने लगभग 200 मीटर सड़क का निर्माण करवाया था। 
ग्रामीणों ने कहा कि यहाँ आसान और प्लेन रास्ता था वहाँ पँचायत ने रास्ता बना दिया पर यहाँ अति जरूरी रास्ता जोकी डंगे लगाकर निर्माण होना था उस जगह की ओर ध्यान तक नही दिया।ग्रामीणों ने कहा की  अगर प्रशासन व स्थानीय विधायक हमारे गाँव मे मूलभूत सुविधाएं नही दे सकते तो कम से कम पहल के आधार पर हमारे रास्ते का ही निर्माण करवा दे ताकि हमे अपनी सुख सुविधाओं का आदान प्रदान करने के लिये अपने गांव से अन्य क्षेत्रों आने जाने में कोई दिक्कत तो न हो।ग्रामीणों ने कहा कि अगर सरकार ने समय रहते उनकी सड़क का निर्माण न करवाया तो पूरा गाँव स्थानीय प्रशाशन ओर सरकार के खिलाफ धरना प्रदर्शन करने से भी गुरेज नही करेगा।


वहीँ इस संबंध में जब पंचायत कगरेड़ी के उप प्रधान नरेश कुमार से बात की गई तो उन्होंने कहा कि इस सड़क के लिए पंचायत में 10 लाख रुपए आ गया है जिसका सीमेंट भी बुक करवा दिया है इसी सप्ताह काम शुरू कर दिया जाएगा। इसके इलावा लोकनिर्माण विभाग के पास भी 10 लाख मंजूर हुआ है और स्थानीय विधायक ने भी 6 लाख रुपए मंजूर कीये है विभाग को भी जल्द से जल्द कार्य शुरु करने के लिए बोला जा रहा है।



इस संबंध में जब आधिशाषी अभियंता लोकनिर्माण विभाग इंदौरा बलदेव से बात की गई तो उन्होंने कहा कि यह सड़क का निर्माण कार्य विभाग जल्द ही शुरू करने जा रहा है।



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